कोलकाता ।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने स्पष्ट कहा है कि संघ को भाजपा के चश्मे से देखना गलत है। उन्होंने कहा कि संघ किसी राजनीतिक दल का अंग नहीं है और उसका उद्देश्य समाज को जोड़ना तथा राष्ट्र निर्माण में योगदान देना है। कोलकाता में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भागवत ने कहा कि संघ को केवल एक सक्रिय संगठन या राजनीतिक इकाई के रूप में देखना उचित नहीं है। संघ समाज के हर वर्ग के लिए काम करता है और उसका लक्ष्य सांस्कृतिक व सामाजिक जागरण है। उन्होंने कहा कि संघ किसी के खिलाफ नहीं है और न ही किसी राजनीतिक दल का समर्थन या विरोध करता है।
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भागवत ने यह भी कहा कि हिंदू समाज को संगठित करना संघ का उद्देश्य है, लेकिन इसका अर्थ यह नहीं कि किसी अन्य धर्म या समुदाय का विरोध किया जाए। “अपने धर्म पर चलें, दूसरे धर्म का सम्मान करें”—यही भारतीय परंपरा और संघ की सोच है। संघ प्रमुख ने कहा कि भारत केवल एक भू-भाग नहीं, बल्कि एक विचार और जीवन पद्धति है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि समाज में समरसता, सहिष्णुता और आपसी सम्मान बनाए रखना ही राष्ट्र की वास्तविक शक्ति है।
