नई दिल्ली:
साइबर ठगी और मानव तस्करी से जुड़े एक मामले की जांच के दौरान राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआईए ने दिल्ली के जामिया नगर इलाके में छापेमारी की। यह रेड हाल ही में गिरफ्तार किए गए एक आरोपी के घर पर की गई। जो की देश के नौजवानों को लाओ पीडीआर के गोल्डन ट्रायंगल जोन से भेजने वाले गैंग का एक अहम सदस्य था। शनिवार को की गई छापेमारी में आरोपी के ठिकाने से मोबाइल फोन, टैबलेट, कई बैंकों के डेबिट कार्ड, पासबुक और चेकबुक समेत अन्य अहम दस्तावेज बरामद किए गए।
साइबर जालसाजी के लिए मजबूर किया
एनआईए ने बताया कि गैंग ने पीड़ितों को लाओ पीडीआर में साइबर जालसाजी के लिए मजबूर किया था। जिसमें यूरोपीय और अमेरिकी नागरिकों को निशाना बनाया गया था। इस मामले में एनआईए की अभी तक की जांच में कामरान हैदर मुख्य भूमिका में सामने आया है। यह गैंग उन पीड़ितों से भी क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट के जरिए पैसे ऐंठने में भी शामिल रहा। जिन्होंने चीनी ठगों के चंगुल से निकलने की कोशिश की थी। उन पीड़ितों से कामरान हैदर वाले इस गैंग ने साइबर ठगी की।
गोल्डन ट्रायंगल के बारे में जानिए
एनआईए ने बताया कि थाईलैंड, लाओस और म्यांमार के एक विशेष हिस्से को गोल्डन ट्रायंगल कहा जाता है। दुनिया में अफीम की बड़े स्तर पर की जाने वाली खेती के कारण यह देश मादक पदार्थों की इंटरनेशनल तस्करी में अहम भूमिका निभाते हैं। लाओ मानव तस्करी और साइबर गुलामी नेटवर्क को ध्वस्त करने के अपने प्रयासों को तेज करते हुए ही एनआईए ने शनिवार को साउथ दिल्ली के जामिया नगर में हाल ही में गिरफ्तार किए गए एक आरोपी के घर पर छापेमारी की।
क्या है मामला?
मामला कामरान हैदर और अन्य आरोपियों द्वारा लाओ पीडीआर के गोल्डन ट्रायंगल क्षेत्र में गरीब भारतीय युवाओं को भेजने की आपराधिक साजिश से जुड़ा है। मानव तस्करी और साइबर गुलामी रैकेट के शिकार लोगों को लाओ में साइबर घोटाले करने के लिए मजबूर किया गया था।जिसमें यूरोपीय और अमेरिकी नागरिकों को अधिक निशाना बनाया गया।