14.7 C
London
Friday, October 31, 2025
Homeराजनीतिसंगठन को मजबूत बनाने और चुनाव से पहले होमवर्क पर जोर... कांग्रेस...

संगठन को मजबूत बनाने और चुनाव से पहले होमवर्क पर जोर… कांग्रेस CWC मीटिंग की बड़ी बातें

Published on

नई दिल्ली,

महाराष्ट्र और हरियाणा में अपनी चुनावी हार पर विचार-विमर्श करने के लिए शुक्रवार को कांग्रेस के शीर्ष नेताओं की बैठक हुई. इस दौरान राहुल गांधी ने कहा कि ये एक वैचारिक लड़ाई है और हमें अपनी पार्टी की विचारधारा के बारे में स्पष्ट होना चाहिए, बीजेपी जाति जनगणना से डरी हुई है और हम पिछड़ों और गरीबों के लिए खड़े हैं, इसलिए वे हम पर हमला कर रहे हैं. हमारा रुख स्पष्ट है.

राहुल गांधी ने कहा कि जब अल्पसंख्यकों पर हमला हो रहा हो, जैसे कि संभल में हिंसा हुई, तो हमें अपना वैचारिक रुख स्पष्ट करना चाहिए. उन्होंने कहा कि हमें अपना होमवर्क करना चाहिए. वहीं, गौरव गोगोई ने कहा कि जिस तरह से माधबी बुच के मुद्दे पर सेबी पर हमला किया गया था, उसी तरह से हमें चुनाव आयोग पर भी सवाल उठाने चाहिए. राहुल गांधी इस विचार पर सहमत हुए. इस दौरान प्रियंका गांधी ने कहा कि हमें सीधे तौर पर कहना चाहिए कि हम EVM के पक्ष में हैं या बैलेट पेपर के पक्ष में. वास्तव में हमें बैलेट पेपर से चुनाव की मांग करनी चाहिए.

मीटिंग के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि जमीनी स्तर से संगठन को मजबूत करने के लिए कठोर निर्णय लेने होंगे. जवाबदेही तय करनी होगी और नेताओं से एकजुट रहने और एक-दूसरे के खिलाफ सार्वजनिक रूप से नहीं बोलने का आग्रह किया. AICC हेडक्वार्टर में कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में अपने संबोधन में खड़गे ने कहा कि उनका मानना ​​है कि ईवीएम ने चुनावी प्रक्रिया को “संदिग्ध” बना दिया है और इस बात पर जोर दिया कि देश में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करना चुनाव आयोग की संवैधानिक जिम्मेदारी है.

अनुशासन का पालन करें, एकजुट रहें: खड़गे
पीटीआई के मुताबिक मल्लिकार्जुन खड़गे ने पार्टी में आंतरिक कलह पर भी निशाना साधा और कहा कि एकजुटता की कमी और अपनी ही पार्टी के नेताओं के खिलाफ बयानबाजी से पार्टी को बहुत नुकसान होता है. कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि जब तक हम एकजुट होकर चुनाव नहीं लड़ेंगे और एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाजी बंद नहीं करेंगे, तब तक हम अपने विरोधियों को राजनीतिक रूप से कैसे हरा पाएंगे? उन्होंने चुनाव परिणामों से सबक लेकर पार्टी में कमियों को दूर करने का आह्वान किया और कहा कि पार्टी को अपने प्रतिद्वंद्वियों द्वारा किए जा रहे दुष्प्रचार और दुष्प्रचार का प्रभावी ढंग से मुकाबला करने के लिए रणनीति बनानी होगी. इसलिए, ये जरूरी है कि हम अनुशासन का सख्ती से पालन करें. हमें हर परिस्थिति में एकजुट रहना होगा. पार्टी के पास अनुशासन का हथियार भी है, लेकिन हम अपने कार्यकर्ताओं को किसी बंधन में नहीं डालना चाहते.

‘जमीनी स्तर से लेकर AICC तक बदलाव करने होंगे’
कांग्रेस अध्यक्ष ने कार्यकर्ताओं से चुनाव परिणामों से निराश न होने का आग्रह करते हुए कहा कि सभी को यह सोचने की जरूरत है कि कांग्रेस पार्टी की जीत हमारी जीत है और हार हमारी हार है, हमारी ताकत पार्टी की ताकत में निहित है, उन्होंने कहा कि पार्टी को मजबूत करने के लिए जमीनी स्तर से लेकर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) तक बदलाव करने होंगे. एआईसीसी पार्टी की केंद्रीय निर्णय लेने वाली सभा है.

महाराष्ट्र के नतीजों ने झकझोरा
महाराष्ट्र चुनावों पर बोलते हुए खड़गे ने कहा कि लोकसभा चुनावों में अच्छे नतीजों के बाद विधानसभा चुनाव के नतीजों ने पार्टी को झकझोर दिया है. उन्होंने कहा कि राज्य चुनावों में उम्मीद से कम प्रदर्शन के कारण कुछ कठोर फैसले लेने होंगे. कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि लोकसभा चुनावों में अपने प्रदर्शन के आधार पर कांग्रेस नए उत्साह के साथ विधानसभा चुनावों में उतरी, लेकिन चुनाव परिणाम पार्टी की उम्मीदों के अनुरूप नहीं रहे. छह महीने पहले लोकसभा में एमवीए के पक्ष में आए नतीजों के बाद विधानसभा चुनावों के नतीजे राजनीतिक पंडितों की समझ से परे हैं, जिस तरह के नतीजे आए हैं, उन्हें कोई भी अंकगणित सही नहीं ठहरा सकता.

Latest articles

More like this

कौन हैं Rivaba Jadeja? क्रिकेटर रवींद्र जडेजा की पत्नी क्यों बन सकती हैं गुजरात में मंत्री?

गुजरात की राजनीति में इस समय भारतीय क्रिकेटर रवींद्र जडेजा की पत्नी रिवाबा जडेजा...