नई दिल्ली
केंद्र सरकार ने पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद को वैश्विक मंच पर उजागर करने की कूटनीतिक पहल के तहत कई देशों का दौरा करने वाले सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल भेजने का फैसला किया है। खास बात है कि इस पैनल में एआईएमआईएम नेता असदउद्दीन औवैसी को शामिल किया है। इस तरह केंद्र सरकार ने एक संदेश देने का काम किया है कि दलगत मतभेद भले ही हो लेकिन बात जब देश की आती है तो सभी राजनीतिक दल एकसाथ हैं।

पहलगाम हमले पर दिया था जवाब
पहलगाम में जब आतंकियों ने लोगों का धर्म पूछ कर मारा तो देशभर में गुस्से था। ओवैसी ने साफ कहा था कि अब समय आ गया है कि पाकिस्तान को माकूल जवाब दिया जाए। उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान बेशर्म और असफल देश है। ऐसे में अब वक्त पाकिस्तान को समझाने का नहीं बल्कि सजा देने का है।
उस समय ओवैसी ने आतंकी हमले की निंदा करते हुए कहा था कि धर्म पूछ कर लोगों को मारना दरिंदगी है। उन्होंने कहा था कि भारत को इस हमले का मुंहतोड़ जवाब देना चाहिए। ओवैसी का कहना था कि केंद्र सरकार पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए 26 लोगों को शहीद का दर्जा दे।
ऑपरेशन सिंदूर कहा था- जय हिंद
AIMIM के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने सेना की ऑपरेशन पर खुशी जताते सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा था कि मैं हमारी रक्षा सेनाओं की तरफ से पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों पर किए गए टारगेट अटैक का स्वागत करता हूं। पाकिस्तानी डीप स्टेट को ऐसा सख्त सबक दिया जाना चाहिए कि फिर कभी दूसरा पहलगाम न हो। पाकिस्तान के आतंक ढांचे को पूरी तरह नष्ट कर देना चाहिए। जय हिन्द!
दुनिया में रखेंगे भारत का पक्ष
यह कदम एनडीए सरकार द्वारा सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ विशेष रूप से ऑपरेशन सिंदूर के बाद तेज किए गए अभियान के बाद उठाया गया है। इस अभियान के तहत सत्तारूढ़ गठबंधन और प्रमुख विपक्षी दलों के सांसदों वाले प्रतिनिधिमंडल अमेरिका, ब्रिटेन और कई इस्लामिक देशों सहित पांच या छह देशों की यात्रा करेंगे। ये प्रतिनिधिमंडल ऑपरेशन पर भारत के दृष्टिकोण को प्रस्तुत करने और आतंकवाद के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय समर्थन जुटाने के लिए राष्ट्राध्यक्षों और वरिष्ठ अधिकारियों से मिलेंगे।

