आम आदमी पार्टी के नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेरा है. उन्होंने कहा कि बीजेपी वाले अब घर-घर जाकर महिलाओं को सिंदूर बांटने का कार्यक्रम बना रहे हैं. बीजेपी वालों को शायद सिंदूर का मतलब नहीं मालूम है. महिलायें अपनी मांग में उनके पति द्वारा दिए गए सिंदूर को भरती हैं. उनके लिए वह आत्मसम्मान और स्वाभिमान का प्रतीक है. साथ ही तीखा हमला करते हुए उन्होंने पीएम मोदी को ‘सिंदूर का सौदागर’ तक कह दिया.
AAP नेता संजय सिंह ने कहा, ”मुझे कई बार बीजेपी वालों पर हंसी भी आती है. कह रहे हैं कि अब बीजेपी का कार्यकर्ता घर-घर में सिंदूर बांटेगा. बताइए इनको शर्म नहीं आती है. अरे भैया सिंदूर का मतलब पता है आपको? एक महिला के लिए सिंदूर का मतलब है, उसके पति द्वारा उसके माथे पर सिंदूर भरा जाता है. बीजेपी वालों को इतनी तो समझ होनी चाहिए. कोई लुच्चा लफंगा जाकर किसी के घर में किसी भी महिला को सिंदूर देकर चला आएगा? क्या वो उसके सिंदूर को अपने माथे में भर लेगी?”
सिंदूर महिला के माथे का गौरव है- संजय सिंह
उन्होंने आगे कहा, ”ऐसे बिना सिर पैर के कार्यक्रम बनाते हो. सोचते भी नहीं हो. पति अपने पत्नी की मांग में सिंदूर भरता है. सिंदूर उसके माथे का गौरव है. सिंदूर उसका सम्मान, स्वाभिमान है. मैं बीजेपी वालों को समझा रहा हूं कि ऐसे कार्यक्रम मत करो, पता चला कि कहीं आपके कार्यकर्ताओं को कुछ महिलाओं से थप्पड़ खाना न पड़े. इनलोगों को अजीब हाल है.”
‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर PM पर तीखा हमला
संजय सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर प्रधानमंत्री पर भी तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा, ”मैं प्रधानमंत्री को कहता हूं कि वो सिंदूर के सौदागर हैं. मैं ये बात इसलिए कहता हूं कि पहलगाम में 200 किमी तक आतंकवादी घुसकर आए हमारी देश की सीमा में, हमारी बहनों के माथे की सिंदूर उजाड़े. 26 लोगों को मौत के घाट उतारा और वापस चले गए लेकिन अभी तक मिले नहीं. उन आतंकवादियों के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई. वो मौत के घाट नहीं उतारे गए और बगैर उन आतंकियों को मारे, जिसके लिए आपने ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत की थी, आपने ट्रंप के दबाव में सीजफायर घोषित कर दिया.”
‘PM के पास पीड़ित बहनों से मिलने का भी वक्त नहीं’
AAP सांसद ने ये भी कहा, ”प्रधानमंत्री के बड़े-बड़े भाषण हमलोग सुन रहे हैं. ‘मन की बात’ में बोल रहे हैं, रैलियों में ललकार रहे हैं. प्रधानमंत्री जी रैली करने के लिए आपके पास बहुत फुर्सत है. एक दिन में चार-चार बार आप कपड़ा बदल रहे हैं. जो चार बार कपड़ा बदलने में आपको टाइम लगता है, कम से कम उतना समय निकाल लेते उन बहनों से मिलने के लिए जिनकी माथे के सिंदूर उजड़े हैं. आपके पास उतना भी वक्त नहीं है.
उन्होंने कहा, ”बिहार की चुनावी रैली कर रहे हैं, फिल्मी सितारों को मुंबई में संबोधित कर रहे हैं. केरल, आंध्रप्रदेश में उद्घाटन, गुजरात में रैली सभा, लंबे चौड़े भाषण कर रहे हैं. प्रधानमंत्री कहते हैं हमारे शरीर में, नसों में गर्म सिंदूर बह रहा है. मैं कहता हूं कि प्रधानमंत्री की नसों में नौटंकी बह रही है. इस देश के साथ आप कितना झूठ बोलोगे.”
‘पीओके पर कब्जा करने का मौका आपने क्यों गंवाया’
संजय सिंह ने आगे कहा, ”जब भारत की सेना अपनी बहादुरी और पराक्रम का परिचय दे रही थी, 9 आतंकी ठिकानों को मिटा दिया था. उनके पास 21 आतंकी ठिकानों की जानकारी थी और भारतीय सेना पीओके पर कब्जा कर सकती थी. बलूचिस्तान को पाकिस्तान के नक्शे से अलग कर सकती थी. बांग्लादेश की तरह उसे अलग किया जा सकता था. ऐसे वक्त में ट्रंप के कहने पर आपने क्यों सीजफायर किया? पीओके पर कब्जा करने का मौका आपने क्यों गंवाया, देश को धोखा क्यों दिया, ये प्रधानमंत्री को बताना चाहिए.
‘ऑपरेशन सिंदूर के नाम पर वोट बैंक की पॉलिटिक्स बंद करें’
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी आप ऑपरेशन सिंदूर के नाम पर वोट बैंक की पॉलिटिक्स बंद कीजिए. पूरे देश के तीन सवाल हैं- पहला कि वो आतंकवादी पहलगाम आए कैसे, दूसरा कि उन आतंकवादियों को अबतक मारा क्यों नहीं गया? और तीसरा ये कि ट्रंप के दबाव में आपने सीजफायर क्यों घोषित किया?