नई दिल्ली:
बीजेपी ने कांग्रेस के इस आरोप को लेकर बुधवार को उस पर निशाना साधा कि सरकार ने ‘कठिन सवालों’ से जनता का ध्यान हटाने के लिए विभिन्न देशों में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल भेजने का फैसला किया है। बीजेपी ने कहा कि प्रमुख विपक्षी दल में राष्ट्रवाद पूरी तरह से खत्म हो गया है। सत्तारूढ़ बीजेपी ने भारत-पाक संघर्ष पर विपक्ष के कुछ नेताओं की हालिया टिप्पणियों को लेकर विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के अन्य घटकों पर भी निशाना साधा और उन पर ऐसे समय में ‘पाकिस्तान के पॉपुलर फ्रंट की तरह व्यवहार करने’ का आरोप लगाया जब उन्हें भारत के हितों को ध्यान में रखते हुए एकजुटता दिखानी चाहिए थी।

कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने बुधवार को दावा किया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अचानक विभिन्न देशों के दौरे के लिए ‘बहुदलीय’ प्रतिनिधिमंडल भेजने के बारे में सोचा है ताकि उन कठिन सवालों से ध्यान हटाया जा सके जिनका जवाब देने के लिए उनसे कहा जा रहा है, यद्यपि वैश्विक स्तर पर मोदी की छवि ‘खराब’ हो गई है। बीजेपीके राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं राज्यसभा सदस्य सुधांशु त्रिवेदी ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कांग्रेस नेता पर पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ भारत के कड़े रुख को व्यक्त करने के सरकार के प्रयास को ‘कमतर आंकने’ का आरोप लगाया।
रमेश के आरोपों के बारे में पूछे जाने पर त्रिवेदी ने यहां बीजेपी मुख्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘कांग्रेस हताशा में ऐसा बयान देने को मजबूर है, क्योंकि वह सबूत (भारतीय सैन्य कार्रवाई का) नहीं मांग पा रही है। कांग्रेस की नजरों से राष्ट्रवाद पूरी तरह गायब हो चुका है।’ बीजेपीनेता ने आरोप लगाया, ‘मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी और जयराम रमेश के बयानों से ऐसा प्रतीत होता है कि वे पाकिस्तान में लोकप्रियता हासिल करने की होड़ में एक-दूसरे से आगे निकलने की कोशिश कर रहे हैं।’ उन्होंने कहा कि जयराम की टिप्पणी सभी सांसदों का अपमान है।
‘जब भी वह विदेश जाते हैं, तो देश को…’
त्रिवेदी ने राहुल गांधी का नाम लिए बिना कहा, ‘आपके नेता या तो भारत की ओर (विदेशी ताकतों का) ध्यान आकर्षित करने या भारत को बांटने के लिए विदेश जाते रहते हैं। जब भी वह विदेश जाते हैं, तो देश को बांटने वाले बयान देते हैं। यह पहली बार है कि सभी दलों के नेता (जो प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा हैं) एकता दिखा रहे हैं।’ उन्होंने कहा, ‘कुछ मुद्दों पर पाकिस्तान और कांग्रेस की मानसिकता एक जैसी है। युद्ध हारने के बावजूद पाकिस्तान के सेना प्रमुख को फील्ड मार्शल के पद पर पदोन्नत किया गया। कांग्रेस में भी लोग चुनाव हारने के बाद ‘फील्ड मार्शल’ बन जाते हैं।’
इंडिया’ गठबंधन पर बरसे त्रिवेदी
त्रिवेदी ने कहा कि ‘इंडिया गठबंधन के सभी बयानों को पाकिस्तानी मीडिया, पाकिस्तान की राष्ट्रीय असेंबली, पाकिस्तानी सेना की ब्रीफिंग और यहां तक कि भारत के खिलाफ पाकिस्तान द्वारा तैयार किए जा रहे डोजियर में भी उद्धृत किया जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘…’इंडिया’ गठबंधन ने पाकिस्तान के पॉपुलर फ्रंट की तरह व्यवहार करना शुरू कर दिया है। सिर्फ ‘इंडिया अलायंस’ नाम रखने से आप दिल से भारतीय नहीं बन जाते।’ अब जब सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ भारत के कड़े रुख से अवगत कराने के लिए विदेश जा रहा है, ऐसे में त्रिवेदी ने कांग्रेस और अन्य विपक्षी नेताओं से दलगत राजनीति से ऊपर उठने और ऐसे बयान देने से बचने का आग्रह किया।
‘एकजुटता का प्रदर्शन करना चाहिए’
उन्होंने कहा, ‘उन्हें भारत की एकजुटता का प्रदर्शन करना चाहिए, कम से कम कुछ समय के लिए अपनी भावनाओं पर नियंत्रण रखना चाहिए और वोट बैंक की राजनीति को राष्ट्रीय हित से अलग रखना चाहिए।’ त्रिवेदी ने कहा कि बीजेपी की नीति स्पष्ट है कि ऐसे अवसरों पर, ‘हमें दलगत सीमाओं से ऊपर उठकर अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत की एकता को प्रदर्शित करना होगा, चाहे हम विपक्ष में हों या सरकार में।’ उन्होंने कहा, ‘जब हम 1995 में विपक्ष में थे, तब पाकिस्तान जिनेवा में कश्मीर पर प्रस्ताव ला रहा था। विपक्ष के हमारे तत्कालीन नेता अटल बिहारी वाजपेयी ने जिनेवा में तत्कालीन प्रधानमंत्री पीवी नरसिंह राव का समर्थन किया था और उनकी सरकार को इसका श्रेय भी दिया था।’