बीजेपी ने अखिलेश यादव को भेजा मानहानि का नोटिस, उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक पर अभद्र टिप्पणी से बढ़ा बवाल

लखनऊ

समाजवादी पार्टी के मीडिया सेल ने प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी है। इसके बाद सूबे की राजनीति गरमा गई है। हालांकि मामले को तूल पकड़ता देख सपा मुखिया व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने डैमेज को कंट्रोल करने की बहुत हद तक कोशिश की है। फिलहाल इस मामले पर पक्ष और विपक्ष की ओर से आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है।

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इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव समेत अन्य को मानहानि का नोटिस भेज 15 दिन के अंदर मांफी मांगने की मांग की गई है। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने सपा को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि परिवारवादी समाजवाद अब पूरी तरह से लठैतवाद में बदल चुका है। वहीं सपा विधायक रविदास मेहरोत्रा ने सत्ताधारी बीजेपी पर ही निशाना साध दिया है।

बीजेपी की तानाशाही से डरने वाले नहीं
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और विधायक रविदास मेहरोत्रा ने कहा कि अखिलेश यादव के बढ़ते जनाधार को देख बीजेपी बौखला गई है। इसी वजह से बीजेपी अनर्गल बयानबाजी करने का काम कर रही है। सपा विधायक ने कहा कि उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक लगातार सपा से पूछते है कि उनका डीएनए क्या है। अब दूसरों का डीएनए पूछने वाले अपना डीएनए नहीं बता पा रहे हैं। रविदास मेहरोत्रा ने कहा कि जो उनके डीएनए को लेकर मीडिया सेल ने कहा है, अगर वो गलत है तो अपना डीएनए बताएं। सपा-बीजेपी के हर जुल्म और अन्याय का जवाब देने के लिए तैयार है। बीजेपी की किसी भी तानाशाही, जुल्म और अन्याय से डरने वाले नहीं है।

दूसरों का डीएनए पूछना बंद करें
सपा विधायक ने बीजेपी के नेताओं पर आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी ने इसकी शुरुआत की है। हम लोग कभी किसी का भी डीएनए नहीं पूछते है। जो लोग अपना डीएनए बात नहीं पा रहे हैं, वह लोग अब दूसरों का डीएनए पूछना बंद करें। बीजेपी जनता के मुख्य मुद्दों से जनता का ज्ञान बांटना चाहती है। प्रदेश में महंगाई, बेरोजगार, भ्रष्टाचार और अपराध लगातार बढ़ रहा है। सुबह में स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है।

प्राइमरी स्कूल बंद हो रहे हैं, प्रदेश में कोई बहन-बेटी सुरक्षित नहीं है। इन्हीं सब मुद्दों से जनता का ध्यान बांटने के लिए अनर्गल बयानबाजी की शुरुआत करती है। जब बीजेपी को इस अनर्गल बयान बाजी का जवाब मिलता है तो उस जवाब से और भी गलत बातें करने लगती है। इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को मानहानि का नोटिस भेजा गया है। एडवोकेट प्रशांत सिंह अटल ने विवादित अभद्र ट्वीट के मामले में पूर्व सीएम अखिलेश, सपा प्रदेश अध्यक्ष और सपा मीडिया सेल प्रमुख को मानहानि का लीगल नोटिस भेजा है। नोटिस में 15 दिन के भीतर मांफी मांगने की मांग की गई है। ऐसा न करने पर मानहानि का मुकदमा दायर करने की बात कही गई है।

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