लखनऊ
लोकसभा चुनाव के बाद उत्तर प्रदेश की बीजेपी सरकार अब विधानसभा चुनाव 2027 की तैयारियों में जुट गई है। लेकिन इससे पहले योगी सरकार सवालों के कटघरे में खड़ी हो गई है। कैबिनेट मंत्री से लेकर बीजेपी विधायक तक अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं। बीजेपी विधायक नंद किशोर गुर्जर ने अति गंभीर आरोप लगाते हुए अपनी हत्या होने की आशंका भी जाहिर कर दी है।
विपक्षी दल आरोप दावे के साथ कह रहे हैं कि यूपी में अफसरशाही योगी सरकार पर पूरी तरह से हावी हो गई है। कांग्रेस ने कहा कि राज्यपाल आनंदीबेन पटेल इन आरोपों की जांच कराने के लिए एक सर्वदलीय विधानसभा सदस्यों की कमेटी बनाए। बिना इसके निष्पक्ष जांच नहीं हो सकती है क्योंकि जिनपर आरोप लग रहा है वो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के करीबी अधिकारियों में से एक हैं।
यूपी एसटीएफ पर हमलावर मंत्री आशीष पटेल
दरअसल यूपी के कैबिनेट मंत्री और अपना दल एस नेता आशीष पटेल के विभाग में हुए प्रमोशन में सपा विधायक पल्लवी पटेल ने भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए थे। पल्लवी के इन आरोपों को लेकर आशीष पटेल ने यूपी के सूचना विभाग पर जोरदार हमला बोला है। कैबिनेट मंत्री ने सूचना निदेशक और मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार पर आरोप लगाए हैं। इसके साथ ही यूपी एसटीएफ पर भी मंत्री ने हमला बोला है। आशीष पटेल ने अपने एक बयान में एसटीएफ को चुनौती देते हुए कहा था कि अगर हिम्मत हो तो मेरे सीने पर गोली मारो। फिलहाल पल्लवी पटेल ने राज्यपाल से मुलाकात कर इस मामले में SIT से जांच कराने की मांग की है।
हमारी हत्या कराने की ताकत है उनके पास: गुर्जर
उधर, लोनी से बीजेपी विधायक नंद किशोर गुर्जर ने भी अपने बयानों से योगी सरकार को मुश्किलों में डाल दिया है। गुर्जर का कहना है कि आज हम दुखी है कि हमारी सरकार में प्रति दिन 50 हजार गाय कट रही है। अधिकारी पैसा खा रहे हैं, चारों तरफ लूट मची है। इन सबके मुखिया चीफ सेक्रेटरी हैं। कमिश्नर साहब बार-बार कहते हैं कि चीफ सेक्रेटरी बैठे हुए हैं, ऐसे 300 विधायक घूमते रहते हैं। वो हमारी हत्या करा दें, उनके पास इतनी ताकत है। जो बात हम बोल रहे हैं, इसपर हमारी हत्या करा सकते हैं। उसकी तैयारी भी कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि 25 पिस्टम 9mm की खरीदी जा चुकी है।
सत्ता की रस्साकसी में जनता पिस रही: अखिलेश यादव
बीजेपी विधायक गुर्जर के बयान पर सपा मुखिया अखिलेश यादव भी योगी सरकार पर हमला बोल चुके हैं। अपने X हैंडल पर उन्होंने लिखा है- ‘उप्र भाजपा सरकार में दो राजधानियों के बीच आपस में ही आरोपों की तलवारें खिंचीं हैं। किसी भाजपाई मंत्री के या किसी भाजपाई विधायक के ही कंधे पर बंदूक रखकर, कोई भाजपाई ही कहीं दूर से निशाना साध रहा है।
सत्ता की इस रस्साकशी में जनता और सरकारी कामकाज पिस रहा है। अधिकारी इनके घर्षण की आग में अपनी रोटी सेंक रहे हैं। दरअसल ये जो लड़ाई है, उसका कारण भ्रष्टाचार की कमाई है, जिस पर सब एकाधिकार जमाना चाहते हैं।’
यूपी में सभी इंजन आपस में टकरा रहे: कांग्रेस प्रवक्ता अंशु अवस्थी
वहीं, कांग्रेस प्रवक्ता अंशु अवस्थी ने कहा कि यूपी में सभी इंजन आपस में टकरा रहे हैं। सरकार के कैबिनेट मंत्री मुख्यमंत्री के करीबी अधिकारी का नाम लेकर सीएम योगी पर निशाना साध रहे हैं। आखिर प्रदेश में चल क्या रहा है। आज भ्रष्टाचार सरकार के ऊपर सर चढ़कर बोल रहा है। सीएम योगी प्रशासनिक मशीनरी संभाल पाने और मंत्रियों की कार्यशैली को नियंत्रण करने में पूरी तरह से फेल हो गए हैं।
प्रदेश की जनता अपने आपको ठगा महसूस कर रही है। उन्होंने कहा कि अभी तक विपक्ष अधिकारियों पर आरोप लगाता था लेकिन अब तो विधायक मंत्री अधिकारियों पर आरोप लगा रहे हैं। इसकी गहन जांच होनी चाहिए। अंशु अवस्थी ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से विधानसभा सदस्यों की एक सर्वदलीय कमेटी बनाकर इन आरोपों की जांच कराने की मांग की है। वरना निष्पक्ष जांच हो पाना मुश्किल है।