16.3 C
London
Wednesday, November 12, 2025
Homeराज्यसिंधु जल समझौता सस्पेंड है, कंप्लीट कर लें तुलबुल प्रोजेक्ट, उमर अब्दुल्ला...

सिंधु जल समझौता सस्पेंड है, कंप्लीट कर लें तुलबुल प्रोजेक्ट, उमर अब्दुल्ला ने की मौके पर चौका लगाने की बात

Published on

श्रीनगर

पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने सिंधु जल समझौते को सस्पेंड कर दिया है। कई राजनेता इसे समझौते के कारण अटके पुराने प्रोजेक्ट्स के पूरा करने का सुनहरा मौका मान रहे हैं। जम्मू-कश्मीर के सीएम ने उत्तर कश्मीर में तुलबुल नेविगेशन प्रोजेक्ट को दोबारा शुरू करने की बात कही है। उन्होंने कहा कि अगर यह प्रोजेक्ट पूरा हुआ तो हम झेलम का उपयोग नेविगेशन और डाउनस्ट्रीम बिजली प्रोजेक्ट के लिए कर सकेंगे। पाकिस्तान के दबाव के कारण 1987 में इस परियोजना को रोक दिया गया था। उनके इस प्रस्ताव की पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती ने विरोध किया है।

Trulli

उमर अब्दुल्ला ने शेयर किया बैराज का वीडियो
सीएम उमर अब्दुल्ला ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक 30 सेकंड का वीडियो क्लिप पोस्ट किया। इस वीडियो में वुलर झील और तुलबुल नेविगेशन बैराज का रुका हुआ सिविल वर्क दिखाया गया है। पोस्ट में उन्होंने लिखा है कि तुलबुल प्रोजेक्ट 1980 के दशक में शुरू हुआ था, लेकिन पाकिस्तान के प्रेशर के कारण इसे छोड़ना पड़ा, जिसने सिंधु जल संधि का हवाला दिया था। अब जब सिंधु जल समझौते को ‘अस्थायी रूप से निलंबित’ कर दिया गया है, तो क्या हम इस प्रोजेक्ट को फिर से शुरू कर पाएंगे। इससे हमें झेलम का उपयोग नेविगेशन के लिए करने का लाभ मिलेगा। इससे डाउनस्ट्रीम पावर प्रोजेक्ट्स विशेष रूप से सर्दियों में बिजली उत्पादन में भी सुधार करेगा।

पाकिस्तान के आपत्ति के बाद रुका था प्रोजेक्ट
भारत और पाकिस्तान के बीच सिंधु जल संधि को लेकर लंबे समय से विवाद रहा है। पाकिस्तान की दलील है कि तुलबुल प्रोजेक्ट सिंधु जल संधि का उल्लंघन करता है, क्योंकि इससे झेलम नदी में पानी का भंडारण होगा। पाकिस्तान का दावा है कि तुलबुल प्रोजेक्ट 0.369 बिलियन क्यूबिक मीटर की भंडारण क्षमता वाला बैराज है। वहीं, भारत का कहना है कि यह परियोजना केवल नेविगेशन के लिए है और इससे पानी का भंडारण नहीं होगा। दोनों देशों के बीच इस मुद्दे पर कई बार बातचीत हो चुकी है, लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं निकला। आखिरी बार भारत ने पाकिस्तान से 2014 में बात की थी। तब भारत के जल संसाधन मंत्री गुलाम नबी आजाद ने संसद को पाकिस्तान के साथ चल रही चर्चा के बारे में बताया और काम फिर से शुरू करने के लिए कोई समय सीमा देने से इनकार कर दिया था।

क्या है तुलबुल प्रोजेक्ट, जान लीजिए
तुलबुल नेविगेशन प्रोजेक्ट को वुलर बैराज प्रोजेक्ट के नाम से भी जाना जाता है। इसे 1980 के दशक में शुरू किया गया था। इसका उद्देश्य कश्मीर के तीन जिलों अनंतनाग, श्रीनगर और बारामूला को साल भर नेविगेशन से जोड़ना था। साथ ही, वुलर झील से झेलम नदी में कम पानी वाले सर्दियों के महीनों के दौरान पानी को कम से कम गहराई 1.4 मीटर तक बनाए रखना है। सर्दियों के महीनों में डाउनस्ट्रीम में बिजली पैदा करना भी इसका लक्ष्य था। पाकिस्तान ने इस प्रोजेक्ट पर सिंधु जल समझौते का हवाला देते हुए आपत्ति जताई थी। समझौते में कुछ ऐसी नियम हैं, जो झेलम नदी के पानी का भंडारण नहीं किया जा सकता है। झेलम नदी भी सिंधु बेसन का हिस्सा है।

Latest articles

आलमी तब्लीगी इज्तिमा— शहर में 21 जोन के 1300 से ज्यादा सफाई कर्मचारी आज रात से तीन शिफ्टों में करेंगें डयूटी

— प्रत्येक शिफ्ट में होंगे 420 से ज्यादा कर्मी, एएचओ करेंगे निगरानी— जीेरो वेस्ट...

प्रदेशभर के सभी डेमों पर सुरक्षा की होगी जांच, 6 दिन में एस्टीमेट बनाएं अधिकारी, केरवा डेम का नवीनीकरण 5 माह में करें पूरा—...

— केरवा डैम निरीक्षण करने पहुंचे जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट, अधिकारियों को दिए...

नगर निगम भोपाल में सहायक यंत्रियों के पदों की भर्ती प्रक्रिया पर रोक

भोपाल ।नगरीय विकास एवं आवास विभाग के राजपत्र में सहायक यंत्री,द्वितीय श्रेणी के पदों...

गुजरात में फैक्ट्री विस्फोट से तीन की मौत, 24 घायल आसपास की कंपनियों को भी भारी नुकसान

गुजरात ।गुजरात के भरूच जिले के दहेज स्थित एक रासायनिक फैक्ट्री में हुए भीषण...

More like this

गुजरात में फैक्ट्री विस्फोट से तीन की मौत, 24 घायल आसपास की कंपनियों को भी भारी नुकसान

गुजरात ।गुजरात के भरूच जिले के दहेज स्थित एक रासायनिक फैक्ट्री में हुए भीषण...

उत्तराखंड को पीएम मोदी का ₹8,100 करोड़ का तोहफ़ा! रजत जयंती पर किया विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन

उत्तराखंड के गठन के 25 वर्ष पूरे होने के अवसर पर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी...

मध्यप्रदेश में हेलमेट को लेकर सख्ती, दोपहिया चालकों पर चलेगा विशेष अभियान

भोपाल।मध्यप्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं को रोकने और सुरक्षा जागरूकता बढ़ाने के लिए सरकार ने...