पटना
मध्य प्रदेश में बीजेपी के वरिष्ठ नेता और राज्य सरकार में मंत्री कुंवर विजय शाह एक विवादित बयान को लेकर गंभीर विवादों में घिर गए हैं। शाह ने एक कथित बयान में भारतीय सेना की अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी को ‘आतंकियों की बहन’ बताया, जिसके बाद सियासी हलचल तेज हो गई है। अब एनडीए में बीजेपी के सहयोगी दल भी कार्रवाई की मांग करने लगे हैं। चिराग पासवान के बाद अब जेडीयू ने विजय शाह का इस्तीफा मांग कर बीजेपी की टेंशन बढ़ा दी है।
विजय शाह के बयान पर जेडीयू ने जताई तीखी नाराजगी
मंत्री विजय शाह के बयान से नाराज होकर एनडीए में शामिल सहयोगी दलों ने इसे ‘असंवेदनशील’ और ‘अस्वीकार्य’ बताया है। जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए मंत्री के इस्तीफे की मांग की है।
एक निजी चैनल के कार्यक्रम में शामिल हुए जेडीयू प्रवक्ता डॉ जितेंद्र कुमार ने कहा कि हमारी पार्टी दूसरी पार्टियों से अलग है। हमारे नेता ने कभी भी क्राइम, करप्शन और कम्यूनिजम पर कभी कोई समझौता नहीं है। राजनीति में नैतिकता, सदाचार और मर्यादा का इकबाल बुलंद रहे। इसके लिए ऐसे बयानवीर नेताओं का इस्तीफा होना चाहिए।
चिराग पासवान कह चुके हैं आजीवन पार्टी से निष्कासित करने की बात
लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने भी विजय शाह के बयान की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा, ‘अगर शाह मेरी पार्टी में होते, तो मैं उन्हें आजीवन निष्कासित कर देता।’ चिराग ने यह भी कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह करेंगे कि शाह के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। उनका यह बयान सोशल मीडिया पर भी चर्चा का विषय बना हुआ है।
मंत्री विजय शाह के बयान पर सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट की सख्ती
शाह के बयान पर तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए मध्य प्रदेश हाई कोर्ट ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया। इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट ने भी विजय शाह को फटकार लगाई और भविष्य में जिम्मेदारी से बयान देने की सख्त हिदायत दी है। मामले की गंभीरता को देखते हुए विशेष जांच दल (SIT) का गठन कर जांच शुरू कर दी गई है।