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Thursday, July 31, 2025
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‘लोगों से मिलती थी धमकी, कहते थे लौट जाओ बांग्लादेश’ अब बांग्लादेशी महिला को मिली भारतीय नागरिकता

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आराः

बिहार के आरा में एक महिला ने भारतीय नागरिकता के लिए 40 वर्षों का लंबा इंतजार किया। महिला पिछले 40 वर्षों से आरा शहर के चित्र टोली रोड में वीजा लेकर रह रही थीं। लेकिन अब महिला को भारतीय नागरिकता मिल गई। संभवत यह बिहार के लिए पहला मामला है। जिन्हें नागरिकता नियम, 2009 के 11क के उपनियम (1) और नियम 13 क के तहत राज्य स्तरीय सशक्त समिति की नागरिक निबंधन के तहत नागरिकता मिला है।

40 वर्षों तक वीजा के लिए थाना और दूतावास का लगती रहीं चक्कर
महिला पिछले 40 वर्षों से अपनी नागरिकता को लेकर कभी थाने तो कभी वीजा के लिए दूतावास का चक्कर लगा रही थीं। अब सुमित्रा प्रसाद को नागरिकता मिल गई। इससे पहले उन्हीं के नाम डेढ़ महीना पहले आरा के प्रधान डाकघर में एक पत्र आया था जिसमें सीएए के तहत पत्र आने की बात कही गई वो पत्र इनका ही था, जिसमें उन्हें भारतीय नागरिकता प्रदान की गई। भारत की नागरिकता मिलने की खुशी में यह परिवार इतना खुश है कि इन लोगों ने कल से खाना नहीं खाया है।

1985 के बाद कभी बांग्लादेश लौट कर नहीं गईं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देते हुए महिला सुमित्रा प्रसाद उर्फ रानी साहा ने बताया कि जब वो पांच साल की थी तब अपनी बुआ के घर बांग्लादेश गई थी, उस समय बांग्लादेश का विभाजन नहीं हुआ था। उसी दौरान सुमित्रा अपनी बुआ के घर गई। जहां उन्होंने बुआ के घर रहकर पढ़ाई पूरी की और 1985 में भारत आ गईं। सुमित्रा 1985 के बाद कभी बांग्लादेश लौट कर नहीं र्गइं। लेकिन उनको भारत में ही वीजा लेकर रहना होता था, क्योंकि तब तक बांग्लादेश का विभाजन हो चुका था।

1970 में सुमित्रा अपनी बुआ के घर बांग्लादेश गईं थी
सुमित्रा ने बताया कि उनके पिता के पास इतना पैसा नहीं था कि वो अपने परिवार का भरण पोषण कर सके। दरअसल सुमित्रा के पिता मदन गोपाल चौधरी को दो बेटी सुमित्रा रानी साहा, कृष्णा रानी साहा और दो बेटे विजय प्रसाद, नरेश प्रसाद थे। छह लोगों का खर्च मदन गोपाल नहीं उठा पा रहे थे। इसी बीच मदन गोपाल चौधरी की तबियत भी खराब हो गई। इस वजह से सुमित्रा अपनी बुआ के घर 1970 में चली गई। उस समय वो महज पांच साल की थी। जिसके बाद 16 दिसंबर 1971 में बांग्लादेश विभाजित हो गया। फिर सुमित्रा 15 साल बाद जनवरी 1985 को भारत लौट आईं। उसके बाद कभी बांग्लादेश नहीं गईं।

कैंसर से पति की मौत से मुश्किलें बढ़ गईं
सुमित्रा रानी साहा ने बताया कि भारत लौटने के बाद वो बिहार के कटिहार जिले में अपने पिता के पास गई। जहां 10 मार्च 1985 को आरा शहर के चित्र टोली रोड में उनकी शादी परमेश्वर प्रसाद से हुई। उसके बाद से ही सुमित्रा आरा में अपने परिवार के साथ रहने लगी। सुमित्रा रानी साहा को तीन बेटी प्रियंका प्रसाद, प्रियदर्शिनी और ऐश्वर्या हुई। उसके बाद 2010 में बैक बोन कैंसर की वजह से सुमित्रा रानी साहा के पति परमेश्वर प्रसाद की मृत्यु हो गई। इस दौरान सुमित्रा रानी साहा को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। सुमित्रा वीजा लेकर यहां रह रही थीं। हर साल वीजा के लिए इन्हें परेशान होना पड़ता था।

40 वर्षों में वीजा के लिए कई बार भटकना पड़ा
वहीं सुमित्रा रानी साहा को इन 40 वर्षों में बहुत बार वीजा के लिए भटकना पड़ा। मोहल्ले में भी कई लोग उन्हें बार बार बांग्लादेश जाने के लिए बोलते थे। वहीं 2023 में वीजा में देरी होने के कारण टाउन थाना में बुलाकर उन्हें बांग्लादेश वापस लौटने के लिए बोला गया था। आसपास के लोग काफी डराते-धमकाते थे। कहते थे कि बांग्लादेश भेज देंगे। जेल भेज देंगे। लेकिन अंत में कोलकाता से वीजा मिला और पिछले तीन बार से कलकत्ता से ही सुमित्रा जी को वीजा मिल रहा था। इसी दौरान जब 2024 में वीजा के लिए कोलकाता में आवेदन दिया, तो सुमित्रा के परिवार वालों को नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के बारे में जानकारी दी गयी।

2024 में सीएए के बारे में मिली जानकारी
नागरिकता संशोधन कानून के बारे में पता चलने के बाद सुमित्रा की बेटी ऐश्वर्या प्रसाद ने सीएए के लिए आवेदन करना शुरू कर दिया। इस बीच उन्हें वीजा का एक्सटेंशन भी तीन साल का मिल गया। अक्टूबर 2024 से ही ऐश्वर्या सीएए के लिए लग गई। दरअसल भारत आने के बाद से ही ये परिवार संघर्षों से भरा जीवन जी रहा था। आरा में सुमित्रा के पति होम अप्लायंस की दुकान चलाते थे। सुमित्रा की तीन बेटी हैं। दो की शादी हो गयी है। एक बेटी ऐश्वर्या प्रसाद जो अभी इनका ख्याल रख रही हैं।

आधार, राशन कार्ड और पैन कार्ड भी नहीं बन पाया
वहीं भारतीय नागरिकता मिलने के बाद सुमित्रा का परिवार काफी खुश है। उनकी बेटी ऐश्वर्या का कहना है कि उनकी मां को अभी तक सभी सरकारी सुविधा से वंचित रहना पड़ रहा था। आधार कार्ड, राशन कार्ड, पैन कार्ड अभी तक नहीं बन पाया था। गैस कनेक्शन भी नहीं मिलता था। लेकिन, अब सभी सुविधाएं मिलेंगी। ऐश्वर्या ने कहा कि अब सभी डॉक्यूमेंट बनाया जायेगा। कोरोना काल में तीन साल तक वीजा एक्सटेंशन नहीं हुआ था, तो उस दौरान काफी परेशान थी। लेकिन, अब यह सभी परेशानियों से मुक्ति मिल गई है।

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