16.9 C
London
Thursday, July 31, 2025
Homeराज्यगणतंत्र दिवसः झारखंड की झांकी में रतन टाटा को श्रद्धांजलि, संस्कृति और...

गणतंत्र दिवसः झारखंड की झांकी में रतन टाटा को श्रद्धांजलि, संस्कृति और परंपरा के साथ दिखेगी जीवन यात्रा की झलक

Published on

रांची

इस वर्ष गणतंत्र दिवस के अवसर पर नई दिल्ली में कर्तव्य पथ पर होने वाले परेड में झारखंड की पेश की जाने वाली झांकी में दिवंगत उद्योगपति रतन टाटा की जीवन यात्रा की झलक दिखेगी। इस झांकी में झारखंड की कला-संस्कृति और नारी सशक्तीकरण के विविध आयाम भी प्रदर्शित होंगे। झांकी के प्रारूप को केंद्र की मंजूरी मिल गई है।

गणतंत्र दिवस पर आयोजित होने वाले परेड के लिए झारखंड समेत 15 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की झांकियों का चयन किया गया है। गणतंत्र दिवस पर होने वाले राष्ट्रीय कार्यक्रम के लिए झारखंड ने भी पूरी तैयारी कर ली है। इस वर्ष झारखंड की झांकी में रतन टाटा को श्रद्धांजलि के साथ झारखंड की धनी संस्कृति यहां की पारंपरिक नृत्य, शिक्षा में नारीशक्ति के बढ़ते कदम को झांकी में प्रदर्शित की जाएगी।

23 जनवरी को फुल ड्रेस रिहर्सल
झारखंड सरकार के जनसंपर्क विभाग के सहायक निदेशक अभय कुमार ने बताया कि झांकी को लेकर आवश्यक तैयारियां की जा रही हैं। राज्य सरकार की ओर से भेजे गए प्रारूप को चयन समिति ने सराहा है। इसका निर्माण कार्य 19 जनवरी तक पूरा कर लिया जाएगा। 23 जनवरी को फुल ड्रेस रिहर्सल का कार्यक्रम निर्धारित है।

झारखंड की झांकी के प्रारूप की सराहना
केंद्र सरकार ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से झांकियों का प्रारूप मांगा था। विभिन्न चरणों की चयन प्रक्रिया के उपरांत केवल 15 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की झांकी का दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय कार्यक्रम में प्रदर्शन के लिए चयन हुआ। झारखंड की झांकी के प्रारूप को चयन प्रक्रिया में पदाधिकारियों की ओर सराहा गया।

झारखंड की झांकी लगातार तीसरे वर्ष राजपथ पर परेड में शामिल
यह लगातार तीसरा वर्ष है, जब झारखंड की झांकी को राजपथ पर होने वाले परेड में शामिल किया गया है। झांकी में रतन टाटा की जीवन यात्रा एक एलईडी स्क्रीन पर दिखाई जाएगी। उनकी एक प्रतिमा भी होगी और इसके साथ झारखंड के टाटा नगर के औद्योगिक इकाइयों का विहंगम प्रारूप दिखेगा। झांकी के अगले हिस्से में झारखंड के प्राकृतिक सौंदर्य के बीच पढ़ाई करती बच्चियां दिखेंगी। इसके अलावा झांकी के चारों तरफ राज्य की सोहराई और कोहबर पेंटिंग की कृतियां दिखाई जाएंगी।

सोहराई पेंटिंग को जीआई टैग हासिल
सोहराई पेंटिंग झारखंड का एकमात्र सांस्कृतिक उत्पाद है, जिसे जीआई टैग हासिल है। झांकी के साथ राज्य के कलाकारों का दल होगा, जो यहां की पारंपरिक नृत्य कला का प्रदर्शन करेगा। 2024 में दिल्ली में गणतंत्र दिवस परेड के अवसर पर झारखंड में तसर सिल्क पर आधारित झांकी प्रदर्शित की गई थी।

Latest articles

Diabetes Symptoms: डायबिटीज का बढ़ता खतरा कहीं आप तो नहीं कर रहे इन शुरुआती लक्षणों को नजरअंदाज

Diabetes Symptoms:पूरी दुनिया में डायबिटीज (मधुमेह) तेजी से फैल रही है. चीन के बाद...

मछली प्रेमियों के लिए खुशखबरी भोपाल में खुलेगा मध्य प्रदेश का पहला महासिर कैफे

मछली प्रेमियों के लिए खुशखबरी भोपाल में खुलेगा मध्य प्रदेश का पहला महासिर कैफे,मध्य...

बीएचईएल एचएमएस यूनियन के नेता अमरसिंह राठौर का निधन

भोपाल lबीएचईएल एचएमएस यूनियन के नेता अमरसिंह राठौर का निधन,भेल भोपाल एचएमएस यूनियन...

IND vs ENG: गंभीर-फोर्टिस विवाद: ओवल पिच पर हुई बहस की अंदरूनी रिपोर्ट, जानें क्या हुआ था

IND vs ENG: भारतीय टीम के हेड कोच गौतम गंभीर और केनिंग्टन ओवल के...

More like this

मछली प्रेमियों के लिए खुशखबरी भोपाल में खुलेगा मध्य प्रदेश का पहला महासिर कैफे

मछली प्रेमियों के लिए खुशखबरी भोपाल में खुलेगा मध्य प्रदेश का पहला महासिर कैफे,मध्य...

मनसा देवी मंदिर में भगदड़ से 6 की मौत, 25-30 घायल

मनसा देवी मंदिर में भगदड़ से 6 की मौत, 25-30 घायल,उत्तराखंड की धर्मनगरी हरिद्वार...