बीएसएफ ने क्यों चलाई गोलियां… हिंसा के बाद मुर्शिदाबाद के दौरे पर पहुंची मुख्यमंत्री ममता बनर्जी क्या बोलीं?

कोलकाता

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मुर्शिदाबाद हिंसा के लिए बीजेपी और बीएसएफ को जिम्मेदार ठहराया है। मुर्शिदाबाद में हिंसा के बाद सोमवार को दौरे पर पहुंची ममता बनर्जी ने कहा कि हिंसा की योजना पहले से ही बनाई गई थी। ममता बनर्जी ने मुर्शिदाबाद हिंसा को लेकर राज्यपाल सीवी आनंद बोस की रिपोर्ट की जानकारी होने से इंकार कर दिया। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दंगा प्रभावित मुर्शिदाबाद करने के बाद बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर सांप्रदायिक तनाव भड़काने का आरोप लगाया। उन्होंने आरोप लगाया कि बीएसएफ की कार्रवाई ने हिंसा को बढ़ाया और भाजपा पर पीड़ितों को उनसे मिलने से रोकने के लिए उन्हें जबरन दूसरे स्थानों पर भेजने का आरोप लगाया।

बीएसएफ ने क्यों चलाई गोलियां?
ममता बनर्जी ने मुर्शिदाबाद में एनएचआरसी की त्वरित प्रतिक्रिया की भी आलोचना की और मणिपुर और उत्तर प्रदेश में उनकी अनुपस्थिति पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह एक पूर्व नियोजित साजिश है। ममता ने बीएसएफ पर भी आरोप लगाते हुए दावा किया कि अगर सुरक्षा बलों ने गोली चलाने से परहेज किया होता, तो मुर्शिदाबाद में दंगे नहीं होते और जिले में हिंसा सुनियोजित थी। ममता बनर्जी ने पूछा कि बीएसएफ ने गोलियां क्यों चलाईं? अगर बीएसएफ ने गोलियां नहीं चलाई होतीं तो अगले दिन घटना नहीं भड़कती। बनर्जी ने कहा कि मैं भाजपा से कहना चाहूंगी कि सांप्रदायिक तनाव पैदा करने के बजाय सीमाओं का ख्याल रखें। जब आप कुर्सी पर होते हैं तो आप लोगों को बांट नहीं सकते। मैं पीड़ितों से मिलने आई थी, लेकिन उन्हें चुपके से क्यों ले जाया गया। इसमें कुछ साजिश है।

ओडिशा-महाराष्ट्र में बंगालियों की पिटाई
बनर्जी ने कहा कि मुर्शिदाबाद में जो कुछ हुआ। वह सुनियोजित साजिश थी। उन्होंने कहा कि जब मैं कोई राजनीतिक गतिविधि करती हूं, तो मेरे लिए हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सभी समान हैं। मैं नहीं चाहती कि किसी भी धर्म के लोगों पर हमला हो। घटना के एक दिन के भीतर राष्ट्रीय महिला आयोग यहां पहुंच गया। ममता बनर्जी ने कहा कि वे मणिपुर, यूपी या राजस्थान नहीं गए। ममता बनर्जी ने कहा कि जिन लोगों ने इस हिंसा को भड़काया है, बंगाल ऐसे लोगों को बर्दाश्त नहीं करेगा। मैं किसी के खिलाफ नहीं हूं, लेकिन मैं दंगों के खिलाफ हूं। जगन्नाथ धाम को लेकर वे इतने परेशान क्यों हैं? ओडिशा, महाराष्ट्र में बंगाली बोलने पर लोगों की पिटाई की जा रही है।

मैं उन्हें चेक देती तो क्या होता?
ममता बनर्जी ने कहा कि मुर्शिदाबाद दंगा पीड़ितों को जबरन दूसरी जगहों पर भेजा गया ताकि मैं उनसे न मिल सकूं। उन्होंने कहा, क्या यह अपहरण नहीं है? अगर मैं उनसे यहीं मिलती और उन्हें चेक सौंपती तो क्या नुकसान होता। ममता बनर्जी का यह बयान ऐसे वक्त पर आया है जब इस हिंसा में अपने पतियों को खोने वाली महिलओं ने गर्वनर से सुरक्षा मांगी है। सूत्रों के अनुसार पश्चिम बंगाल में हालात बिगड़ने पर केंद्र अनुच्छेद 356 लागू करने को तैयार है।राज्यपाल सी वी आनंद बोस ने मुर्शिदाबाद दंगों पर केंद्रीय गृह मंत्रालय को रिपोर्ट सौंपी, जिसमें कट्टरपंथ और उग्रवाद की समस्या बताई। मुर्शिदाबाद हिंसा में तीन लोगों की मौत हो गई थी।

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