MP Corona Case:मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण एक बार फिर रफ़्तार पकड़ता दिख रहा है। हाल ही में पूरे प्रदेश में कोरोना के 17 नए मामले सामने आए हैं, जिसके बाद सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 36 हो गई है। पिछले 24 घंटों की बात करें तो 9 नए मरीज़ मिले हैं। अब तक राज्य में कुल 50 लोग संक्रमित हो चुके हैं, जिनमें से 13 मरीज़ सफलतापूर्वक ठीक होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं। ये आँकड़े स्वास्थ्य विभाग के लिए चिंता का सबब बन गए हैं और संबंधित अधिकारियों को स्थिति पर नज़र रखने तथा ज़रूरी कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं
किन शहरों में मिले पॉज़िटिव केस इंदौर, भोपाल, ग्वालियर में बढ़े मामले
दरअसल, मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण एक बार फिर से फैलना शुरू हो गया है। पिछले 24 घंटों में राज्य में 9 नए मामले सामने आए हैं, जिनमें से सबसे ज़्यादा 5 मरीज़ इंदौर से हैं, जबकि भोपाल और ग्वालियर से 2-2 नए मरीज़ मिले हैं। भोपाल में अब सक्रिय मामलों की संख्या 3 हो गई है। पूरे राज्य में सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 36 तक पहुँच गई है। अब तक कुल 50 लोग संक्रमित हो चुके हैं, जिनमें से 13 मरीज़ ठीक होकर घर लौट चुके हैं। इन बढ़ती संख्याओं ने चिंता बढ़ा दी है, ख़ासकर बड़े शहरों में जहाँ लोगों की आवाजाही ज़्यादा है।
भोपाल में चिंताजनक स्थिति बिना जाँच के कैसे रुकेगा संक्रमण
इंदौर के बाद अब राजधानी भोपाल में भी कोरोना वायरस के मामले बढ़ने लगे हैं। हाल ही में दो नए मामले सामने आए हैं, जिसके बाद शहर में कुल पॉज़िटिव मामलों की संख्या तीन हो गई है। यह स्थिति तब और चिंताजनक हो जाती है, जब अस्पतालों में संदिग्ध मरीज़ों की जाँच नहीं की जा रही है। सर्दी, खाँसी, बुख़ार और साँस लेने में तकलीफ़ जैसे लक्षणों वाले मरीज़ लगातार अस्पतालों तक पहुँच रहे हैं, लेकिन उनका कोरोना टेस्ट नहीं किया जा रहा है। ऐसे में सवाल उठता है कि बिना जाँच के संक्रमण का पता कैसे चलेगा और इसे फैलने से कैसे रोका जाएगा। यह स्थिति स्वास्थ्य विभाग की तैयारियों और सतर्कता पर गंभीर सवाल खड़े करती है।
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स्वास्थ्य विभाग की बढ़ी चिंताएँ सतर्कता पर सवाल
कोरोना के बढ़ते मामलों ने स्वास्थ्य विभाग की चिंताएँ बढ़ा दी हैं। विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे स्थिति पर कड़ी नज़र रखें और संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए ज़रूरी कदम उठाएँ। हालाँकि, भोपाल में संदिग्ध मरीज़ों की जाँच न होने की शिकायतें स्वास्थ्य विभाग की तैयारियों पर सवाल खड़े करती हैं। अगर लक्षणों वाले मरीज़ों की जाँच ही नहीं होगी, तो सही आँकड़े कैसे मिलेंगे और संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए प्रभावी रणनीति कैसे बनाई जा सकेगी? विभाग को इस ओर तुरंत ध्यान देने की ज़रूरत है।
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आम जनता के लिए ज़रूरी सलाह
बढ़ते मामलों के बीच, आम जनता को भी सतर्क रहने की ज़रूरत है। भीड़भाड़ वाली जगहों पर मास्क का उपयोग करें। हाथों की साफ़-सफ़ाई का ख़ास ध्यान रखें। अगर आपको सर्दी, खाँसी, बुख़ार, गले में ख़राश या साँस लेने में तकलीफ़ जैसे कोई भी लक्षण महसूस हों, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और अपनी जाँच कराएँ। लापरवाही भारी पड़ सकती है। आपकी सावधानी ही आपको और आपके परिवार को सुरक्षित रख सकती है।
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अस्वीकरण (Disclaimer)यह ख़बर मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण के हालिया मामलों और स्वास्थ्य विभाग की तैयारियों से संबंधित मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है। कृपया ध्यान दें कि कोविड-19 की स्थिति तेज़ी से बदल सकती है। नवीनतम और सबसे सटीक जानकारी के लिए हमेशा राज्य के स्वास्थ्य विभाग और भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय के आधिकारिक स्रोतों पर ही भरोसा करें। स्वास्थ्य संबंधी किसी भी निर्णय से पहले योग्य चिकित्सक की सलाह अवश्य लें।
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