भोपाल में तेज बारिश: चंबल नदी का वाटर लेवल 4 मीटर बढ़ा, सतना में धारकुंडी आश्रम के झरने में उफान

भोपाल

मध्यप्रदेश के ग्वालियर-चंबल में तेज बारिश से नदी-नाले उफान पर हैं। चंबल नदी का जलस्तर 4 मीटर बढ़ गया है। भोपाल में शुक्रवार को दिनभर चले रिमझिम के बाद शाम तेज बारिश शुरू हो गई। शिवपुरी, दतिया, भिंड और श्योपुर में बुधवार-गुरुवार रात से बारिश का दौर जारी है। कोटा बैराज से छोड़े गए 12 हजार क्यूसेक पानी और बारिश के असर से मुरैना में राजघाट पर चंबल का जलस्तर 4 मीटर बढ़ गया है। यहां नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 11.5 मीटर नीचे है। श्योपुर में पार्वती और अमराल नदी उफान पर है। श्योपुर से कोटा हाईवे बंद हो गया है। मौसम विभाग ने ग्वालियर-चंबल, बुंदेलखंड और बघेलखंड के साथ इंदौर-भोपाल में भी तेज बारिश होने की चेतावनी दी है। पूरे प्रदेश में मानसून एक्टिव रहेगा। अगले कुछ दिन तक बारिश का दौर जारी रहेगा।

ओंकारेश्वर डैम के गेट शनिवार को खुलेंगे, 5 जिलों में अलर्ट
खंडवा समेत ओंकारेश्वर डैम के बैकवाटर क्षेत्र में लगातार बारिश के कारण जलस्तर में बढ़ोतरी हुई है। वहीं, तवा डैम के गेट खुलने की इंदिरा सागर डैम का जलस्तर भी बढ़ा है। इंदिरा सागर विद्युत परियोजना की टरबाइन से पानी की खपत होने से वाटर लेवल मेंटेन है। लेकिन ओंकारेश्वर बांध में जुलाई माह के निर्धारित जलस्तर का कोटा पूरा हो सका है। अब शनिवार सुबह 9 बजे से गेट खोले जाएंगे। एनएचडीसी अंतर्गत ओंकारेश्वर पॉवर स्टेशन की बाढ़ नियंत्रण प्रकोष्ठ ने खंडवा, खरगोन, बड़वानी, धार एवं देवास जिले में अलर्ट जारी किया है। बांध के गेट खुलने से नर्मदा का जलस्तर बढ़ेगा।

भोपाल में जन जीवन अस्त-व्यस्त
राजधानी के वार्ड 84 में आने वाले क्षेत्र रतनपुर सड़क पर बने रेलवे अंडर ब्रिज में दो फीट तक पानी भर गया है। इस कारण लोगों को गुजरने में दिक्कत हो रही है। नरेला, रतनपुर जैसे कई बड़े गांव में रहने वाले हजारों लोग परेशान हो रहे हैं।

इन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने रीवा, नर्मदापुरम, चंबल और ग्वालियर संभागों के जिलों के अलावा अनूपपुर, डिंडौरी, मंडला, बालाघाट, सागर, छतरपुर, विदिशा, बुरहानपुर और खंडवा जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। अन्य जिलों में भी बारिश हो सकती है।

स्वामी सच्चिदानंद महाराज रहते हैं धारकुंडी आश्रम में
धारकुंडी आश्रम सतना जिले की बिरसिंहपुर तहसील अंतर्गत यूपी की सीमा से सटे इलाके में जंगल और पहाड़ के बीच स्थित है। यहां झरने,कुंड और गुफा भी है। ये परमहंस आश्रम है जहां स्वामी सच्चिदानंद महाराज और उनके शिष्य रहते हैं। आश्रम का निर्माण इस तरह से किया गया है जिससे पानी को रास्ता मिलता रहे। हर वर्ष हर बारिश में यहां जंगल और पहाड़ का पानी नीचे आश्रम में आता है। प्राकृतिक सौंदर्य के बीच स्थित इस खूबसूरत स्थान पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु गुरु दर्शन के लिए आते हैं।

भेड़ाघाट में धुआंधार की खूबसूरती बढ़ी
डिंडोरी-मंडला जिले में अच्छी बारिश से नर्मदा का जलस्तर बढ़ गया है। इससे जबलपुर से 20 किमी दूर भेड़ाघाट में नर्मदा नदी के धुआंधार जलप्रपात की खूबसूरती और बढ़ गई है। यहां 50 फीट ऊंचाई से नर्मदा की धारा विश्व स्तरीय संगमरमर की चट्‌टानों पर गिर रही है। नर्मदा की धारा के इस बहाव से पानी के कण धुएं जैसे दिखाई देते हैं, इसलिए इसे दूध धारा भी कहा जाता है। यहां 15 जून से 15 अक्टूबर तक पर्यटकों का जाना प्रतिबंधित रहता है, लेकिन इस बार बारिश देर से होने से अभी यहां सैलानी पहुंच रहे हैं।

सतना में 4 घंटे में 5 इंच बारिश
सतना जिले के मझगवां में 4 घंटे में 5 इंच मूसलाधार बारिश से गुरुवार दोपहर धारकुंडी स्थित श्रीपरम हंस आश्रम धारकुंडी में सैलाब आ गया। इस आश्रम में अनेक साधु-संत रहते हैं। गनीमत थी कि सैलाब दोपहर 4 बजे के करीब आया। किसी भी प्रकार की जन-धन हानि नहीं हुई, लेकिन प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि 30 फीट ऊंचाई से नीचे गिर कर बहते पानी काे जिसने देखा कांप उठा।

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