गुवाहाटी
भारत और श्रीलंका के बीच वनडे सीरीज का पहला मुकाबला गुवाहाटी में खेला गया। भारतीय टीम ने मैच को 67 रनों से अपने नाम कर लिया। पू्र्व कप्तान विराट कोहली ने लगातार दूसरा शतक लगाते हुए 113 रनों की पारी खेली। वहीं रोहित शर्मा ने भी 83 रनों का योगदान दिया। गेंदबाजी में उमरान मलिक ने तीन विकेट लिये। इन सब के बीच रोहित शर्मा ने मैच के आखिरी ओवर में कुछ ऐसा किया, जिसकी हर तरफ चर्चा हो रही है।
रोहित ने अपील वापस ली
श्रीलंका के कप्तान दासुन शनाका 98 रन बनाकर खेल रहे हैं। आखिरी ओवर की चौथी गेंद पर मोहम्मद शमी ने नॉन स्ट्राइकर एंड पर गेंद डालने से पहले दासुन शनाका को रन आउट कर दिया। शनाका क्रीज से बाहर थे और इसी वजह से शमी ने ऐसा किया। उन्होंने अपील की और मैदान अंपायर ने थर्ड अंपायर की मदद मांगी। इस बीच कप्तान रोहित ने आकर सभी से बात की और अपील वापस लेने का फैसला किया। अंत में शनाका ने चौका लगाकर अपना शतक पूरा किया।
रोहित शर्मा ने क्यों किया ऐसा
रोहित शर्मा से मैच के बाद इस बारे में सवाल भी पूछा गया। इसके जवाब में भारतीय कप्तान ने कहा- मुझे नहीं पता था कि शमी ने ऐसा किया, वह 98 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे। उन्होंने जिस तरह से बल्लेबाजी की वह शानदार थी, हम उन्हें इस तरह आउट नहीं कर सकते। हमने ऐसा नहीं सोचा था। उन्हें सही में शानदार खेला।
हमेशा होता है विवाद
जब भी बल्लेबाज को गेंदबाज नॉन-स्ट्राइक एंड पर गेंद डालने से पहले रनआउट आउट करता है तो इसपर विवाद होता ही है। आईसीसी ने पिछले साल इसे खेल भावना की कैटेगरी से बाहर कर दिया था। इसके बाद भी जब कोई गेंदबाज ऐसे बल्लेबाज को आउट करने की कोशिश करता है तो उसकी आलोचना होने लगती है। दीप्ति शर्मा ने इंग्लैंड के खिलाफ आखिरी बल्लेबाज को इस तरह आउट करके भारत को जीत दिलाई थी।
भारत के रविचंद्रन अश्विन भी इस तरह बल्लेबाज को आउट कर चुके हैं। अश्विन के साथ ही कई क्रिकेट के कई जानकारों का मानना है कि जब गेंदबाज क्रीज से बाहर होता है तो नो-बॉल दिया जाता है। वैसे ही बल्लेबाज बाहर होता है तो रन आउट करना पूरी तरह सही है। वहीं कई इसे खेल भावना के खिलाफ मानते हैं।