जो हमारा है, उसे वापस लेने का वक्त आ गया… रूस के खिलाफ यूक्रेन का अब तक का सबसे बड़ा पलटवार

कीव

यूक्रेनी राष्ट्रपति के एक सलाहकार ने कहा है कि रूसी ताकतों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई के लिए शुरुआती अभियान शुरू हो चुके हैं। गार्जियन के साथ एक इंटरव्यू में माईखाइलो पोडोल्याक ने कहा, ‘यह एक जटिल प्रक्रिया है जो एक दिन या एक निश्चित तारीख या एक निश्चित घंटे की बात नहीं है। यह कब्जे से आजादी की एक सतत प्रक्रिया है और प्रक्रियाएं पहले से ही हो रही हैं, जैसे बिजली लाइनों को नष्ट करना या डिपो को तबाह करना।’ उन्होंने कहा, ‘तीव्रता बढ़ रही है लेकिन इसमें काफी लंबा समय लगेगा।’

खबर के अनुसार, उन्होंने भविष्यवाणी की है कि जैसे-जैसे जवाबी हमले की गति बढ़ेगी, रूस में रूसी विद्रोही समूहों की घुसपैठ बढ़ेगी। शनिवार को यूक्रेन के सशस्त्र बलों के कमांडर जनरल वालेरी जालुज़नी ने उम्मीद जताई कि एक बड़ा ऑपरेशन शुरू हो सकता है। उन्होंने सोशल मीडिया पर घोषणा की, ‘जो हमारा है, उसे वापस लेने का समय आ गया है।’ राष्ट्रीय सुरक्षा और रक्षा परिषद के सचिव ओलेक्सी डेनिलोव ने बीबीसी को बताया कि बहुप्रतीक्षित जवाबी हमला ‘कल, परसों या एक हफ्ते में’ शुरू हो सकता है।

परमाणु संयंत्र पर हमले की साजिश रच रहा रूस
इससे पहले यूक्रेनी सेना की खुफिया इकाई ने बिना कोई सबूत दिए दावा किया था कि उसके देश के दक्षिणी हिस्से में स्थित उस परमाणु संयंत्र पर रूस हमले की साजिश रच रहा, जो अभी उसके कब्जे में है। यूक्रेनी रक्षा मंत्रालय के खुफिया निदेशालय की ओर से शुक्रवार को जारी बयान में दावा किया गया है कि रूसी सेनाएं यूरोप के सबसे बड़े जापोरिज्जिया परमाणु संयंत्र पर हमला करेंगी और इसके बाद रेडियोधर्मी लीक होने की जानकारी देंगी, ताकि एक अंतरराष्ट्रीय जांच शुरू हो जाए।

रूस को पलटवार के लिए मोहलत
निदेशालय की ओर से कहा गया कि रूस ऐसा युद्ध पर विराम लगाने के लिए करेगा, ताकि उसकी सेनाओं को पलटवार करने से पहले मोहलत मिल जाए, जिसकी उसे फिर से संगठित होने के लिए जरूरत है। अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) ने न्यूज एजेंसी ‘एपी’ को एक ईमेल के जवाब में बताया कि उसने आरोपों पर तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की है और रूसी अधिकारियों ने भी यूक्रेनी दावों पर टिप्पणी नहीं की है।

About bheldn

Check Also

चंद्रमा पर क्यों होती हैं भूकंपीय गतिविधियां? ISRO ने किया बड़ा दावा

नई दिल्ली चंद्रमा की भूकंपीय गतिविधि उल्कापिंड के प्रभाव या गर्मी की वजह से हो …