नई दिल्ली
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार मोहित पांडेय की पुलिस हिरासत में मौत को लेकर डैमेज कण्ट्रोल क्स्क्स जुट गई है. इसी कड़ी में राजधानी लखनऊ में मोहित पांडे के परिवार से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुलाकात की है। इसके अलावा 10 लाख रुपये के मुआवजे का भी ऐलान किया गया है। वहीं सरकार की ओर से परिवार को एक घर और बच्चों के लिए मुफ्त शिक्षा की भी व्यवस्था की जाएगी।
दोषी पुलिसकर्मियों को बख्शा नहीं जाएगा- सीएम योगी
पीड़ित परिवार से मुलाकात के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पूरा मामला मेरे संज्ञान में है और जांच के बाद कड़ी कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा है कि दोषी पुलिसकर्मियों को बख्शा नहीं जाएगा। चिनहट में हिरासत में मौत के मामले पर यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा, ”यह दुर्भाग्यपूर्ण है। सरकार ने इसे बहुत गंभीरता से लिया है। उच्च स्तरीय जांच चल रही है। आरोपी पुलिसवालों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है। जो भी इसमें शामिल होगा, उसके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सरकार पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है, हम उन्हें न्याय दिलाएंगे।”
पुलिस हिरासत में हुई थी मोहित की मौत
32 वर्षीय कपड़ा व्यापारी मोहित पांडे की पुलिस हिरासत में रविवार को मौत हो गई थी। कपड़ा व्यापारी को शांति भंग करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। पुलिस हिरासत में मौत के बाद लखनऊ के चिनहट पुलिस स्टेशन के स्टेशन हाउस ऑफिसर (SHO) और अन्य के खिलाफ हत्या और आपराधिक साजिश के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है।
बता दें कि मोहित का मामूली बात पर पड़ोसी आदेश कुमार से विवाद हुआ था। इसके बाद मोहित को थाने लाया गया जहां उसकी मौत हो गई। उसके बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस और कथित रूप से शामिल अन्य लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया। मोहित के परिवार ने दावा किया कि पुलिस ने आदेश और उसके चाचा और एक राजनीतिक नेता के इशारे पर उसे बेरहमी से पीटा, जिससे उसकी मौत हुई। मृतक मोहित पांडे की मां तगेश्वरी देवी की शिकायत के आधार पर चिनहट पुलिस स्टेशन में आदेश, ड्राइवर, उसके अज्ञात चाचा, SHO अश्विनी कुमार चतुर्वेदी और अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।