गाजियाबाद
उत्तर प्रदेश के लोनी में आग लगी में दो बच्चों की मौत का मामला सामने आया है। घटना लोनी क्षेत्र के प्रशांत विहार की है। एक छोटी सी लापरवाही जानलेवा साबित हुई थी। परिवार ने मच्छरों को भगाने के लिए अगरबत्ती जलाई थी। उसे बुझाना भूल गए। देर रात मकान में आग लगने के कारण लोग घबरा गए। परिवार के लोगों ने जब तक आग पर काबू पाया उस समय तक दोनों बच्चे बुरी तरह से झुलस गए थे। बच्चों को जब तक अस्पताल में ले जाया गया, एक की मौत हो गई। दूसरे ने अस्पताल में दम तोड़ दिया।
लाए थे मच्छर भगाने वाली अगरबत्ती
लोनी के प्रशांत विहार में नीरज अपने परिवार के साथ रहते हैं। उन्होंने बताया कि रात में वह पत्नी बाहर के कमरे में सोए हुए थे। बच्चे अंदर के कमरे में थे। लाइट नहीं थी। मच्छर काफी लग रही थी। पास की दुकान से मच्छरों को भगाने के लिए वे अगरबत्ती ले आए। कमरे में इसे जलाया था। इसी से आग भड़क गई।
देर रात लगी आग
मकान में रात करीब 2:30 बजे आग लग गई। इस हादसे में अंश और उसके भाई अरुण की मौत हो गई। पिता नीरज ने बताया कि रात में जब आग लगी थी तो घर में धुआं भर गया था। वह अपनी पत्नी के साथ बाहर आ गए। बाद में आसपास के लोग जुटे तो बच्चों के बारे में पूछा। उन्हें बच्चों का ख्याल आया। आग बुझाए जाने के बाद जब वे कमरे में गए तो देखा तो दोनों बच्चे जले हुए थे।
धमाके के साथ लगी आग
मामले को लेकर परिजनों ने कहा कि धमाके के कारण आग लग गई। इस घटना में कमरे में सो रहे नीरज के दो बेटे अरुण 16 और वंशु 14 आग की चपेट में आकर बुरी तरह से घायल हो गए। वंशु की मौके पर मौत हो गई। अरुण को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया। दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी भी मौत का मामला सामने आया है।