नई दिल्ली
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने पाकिस्तान के किराना हिल्स में स्थित न्यूक्लियर साइट को लेकर उठ रहे सवालों का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि इस बारे में पाकिस्तान को ही जवाब देना है। भारत ने अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है। मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस के दौरान रणधीर जायसवाल से पूछा गया कि क्या पाकिस्तान में मिस्र या अमेरिका का विमान क्यों पहुंचा? क्या वहां परमाणु रिसाव हुआ है? इस पर जवाब देते हुए रणधीर जायसवाल ने कहा कि मिस्र या अमेरिकी विमानों की बात का जवाब उन्हें (पाकिस्तान) देना है, हमें नहीं।
भारत का रुख स्पष्ट करते हुए उन्होंने आगे कहा कि हमारी सैन्य कार्रवाई पूरी तरह से दायरे में थी। कुछ रिपोर्ट्स में बताया गया था कि पाकिस्तान की नेशनल कमांड अथॉरिटी (न्यूक्लियर अथॉरिटी) बैठक करेगी, लेकिन बाद में पाकिस्तान ने इससे इनकार कर दिया। पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने खुद इसका खंडन कर दिया।
परमाणु ब्लैकमेल के आगे झुकेगा नहीं भारत
जायसवाल ने भारत के व्यापक नीतिगत दृष्टिकोण को भी दोहराया। उन्होंने कहा कि भारत का एक दृढ़ रुख है कि वह परमाणु ब्लैकमेल के आगे नहीं झुकेगा और न ही सीमा पार आतंकवाद को होने देगा। अलग-अलग देशों के साथ बातचीत में हमने यह भी चेतावनी दी है कि ऐसी स्थितियों का समर्थन करने से उनके अपने क्षेत्र को नुकसान होगा। इसका मतलब है कि भारत आतंकवाद को बिलकुल भी बर्दाश्त नहीं करेगा।
हमला होने पर चुप नहीं बैठेगा भारत
रणधीर जायसवाल ने यह भी कहा कि भारत किसी भी तरह के दबाव में नहीं आएगा। भारत हमेशा अपने देश की सुरक्षा के लिए तैयार है। पाकिस्तान को अपनी परमाणु सुविधाओं की सुरक्षा का ध्यान रखना चाहिए। भारत ने हमेशा शांति की बात की है, लेकिन अगर कोई हमला करेगा तो भारत चुप नहीं बैठेगा। भारत ने साफ कर दिया है कि वो किसी भी तरह के परमाणु हमले से डरेगा नहीं।
रद्द रहेगी भारत-PAK के बीच सिंधु जल संधि
सिंधु जल संधि पर बात करते हुए रणधीर जायसवाल ने कहा कि CCS (सुरक्षा पर कैबिनेट समिति) के फैसले के बाद सिंधु जल संधि को स्थगित कर दिया गया है। सिंधु जल संधि सद्भावना और मित्रता की भावना से संपन्न हुई थी, जैसा कि संधि की प्रस्तावना में निर्दिष्ट है।
पाकिस्तान को छोड़ना होगा आतंकवाद
रणधीर जायसवाल ने आगे कहा कि पाकिस्तान ने कई दशकों से सीमा पार आतंकवाद को बढ़ावा देकर इन सिद्धांतों को स्थगित रखा है। अब CCS के फैसले के मुताबिक भारत संधि को तब तक स्थगित रखेगा, जब तक पाकिस्तान सीमा पार आतंकवाद के लिए अपने समर्थन को विश्वसनीय और अपरिवर्तनीय रूप से त्याग नहीं देता।