उदयपुर
अभी तक हम किताबों में पढ़ते आ रहे हैं कि आमेर के राजा भारमल ने अपनी पुत्री जोधा की शादी मुगल शासक अकबर के साथ की थी। जोधा अकबर की पांच पत्नियों में प्रमुख थी। जोधा और अकबर के पुत्र सलीम (जहांगीर) के बारे में भी इतिहास में पढ़ाया जाता रहा लेकिन राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े ने इन सब बातों को झूठा बताया है। बुधवार 29 मई को महाराणा प्रताप जयंती के अवसर पर राज्यपाल उदयपुर के प्रताप गौरव केंद्र में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। अपने संबोधन के दौरान राज्यपाल ने महाराणा प्रताप की वीरता के बारे में बताने के साथ ही जोधा और अकबर को लेकर भी बड़ी बात कही। उन्होंने कहा कि आमेर के शासक की पुत्री और अकबर का विवाह हुआ ही नहीं था।
विदेशी इतिहासकारों ने लिख दिया झूठ
राज्यपाल हरीभाऊ बागड़े ने कहा कि शुरुआती दिनों में भारत का इतिहास विदेशियों ने लिखा था। उसमें कई तथ्य झूठे लिख दिए गए। बागड़े ने आमेर की राजकुमारी और अकबर के विवाह को भी झूठा बताया। उन्होंने कहा कि अकबर की आत्मकथा अकबरनामा में इस विवाह का कोई जिक्र नहीं है। राज्यपाल बागड़े ने कहा कि राजा भारमल ने एक दासी की बेटी के साथ अकबर की शादी करवाई थी। जिसे आमेर की राजकुमारी का विवाह अकबर के साथ होना लिख दिया गया। यह गलत है। उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप की ओर से अकबर को संधि के लिए चिट्ठी लिखे जाने के तथ्यों को भी भ्रामक बताया।
महाराणा प्रताप के बारे में बहुत कम लिखा गया
राज्यपाल ने कहा कि महाराणा प्रताप ने कभी अपने आत्मसम्मान से समझौता नहीं किया। विदेशी इहितारकारों ने मुगल शासकों का गुणगान बहुत ज्यादा किया जबकि महाराणा प्रताप जैसे वीरों को कम स्थान दिया। उनके बारे में काफी कम लिखा गया। इस वजह से महाराणा प्रताप के बारे में इतिहास में कम पढ़ाया जाता है। उन्होंने यह भी कहा कि अब धीरे-धीरे स्थितियां सुधर रही हैं। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में काफी सुधार किया जा रहा है। जिससे नई पीढ़ी के युवाओं को को अपनी संस्कृति और गौरवशाली इतिहास के बारे में जानने का अवसर मिलेगा।