Protein Overdose Effects: प्रोटीन हमारे शरीर के लिए एक आवश्यक पोषक तत्व है, जो हर अंग के सही कामकाज में मदद करता है. लेकिन यह जानना ज़रूरी है कि हर चीज़ की एक सीमा होती है. न्यूट्रिशनिस्ट सुमन अग्रवाल के अनुसार, यदि प्रोटीन का सेवन ज़रूरत से ज़्यादा किया जाए, तो इसके गंभीर साइड इफेक्ट्स (Side Effects) हो सकते हैं, यहाँ तक कि किडनी ट्रांसप्लांट (Kidney Transplant) तक की नौबत आ सकती है.
प्रोटीन के ओवरडोज से होने वाले तीन प्रमुख खतरों और सही दैनिक मात्रा के बारे में जानें:
1. किडनी (Kidney) हो सकती है डैमेज
प्रोटीन का अत्यधिक सेवन सीधे किडनी पर दबाव डालता है, क्योंकि इसे पचाने के लिए किडनी को ज़्यादा मेहनत करनी पड़ती है.
- क्रिएटिनिन का स्तर: ज़्यादा प्रोटीन खाने से क्रिएटिनिन (Creatinine) का स्तर बढ़ जाता है, जो टूटकर रक्त में जमा होने लगता है.
- किडनी की विफलता: लंबे समय तक यह आदत किडनी के स्वास्थ्य को गंभीर नुकसान पहुँचाती है और विफलता (Failure) का खतरा बढ़ाती है.
2. लिवर और हृदय पर बुरा असर
विशेषज्ञों का कहना है कि ज़रूरत से ज़्यादा प्रोटीन केवल किडनी ही नहीं, बल्कि लिवर (Liver) और हृदय (Heart) जैसे अन्य अंगों को भी प्रभावित करता है.
- फैटी लिवर: प्रोटीन में कैलोरी होती है. अत्यधिक सेवन से यह लिवर में वसा (Fat) के रूप में जमा हो सकता है, जिससे फैटी लिवर (Fatty Liver) रोग का खतरा बढ़ जाता है.
- हृदय रोग: लिवर और वसा पर प्रभाव के कारण हृदय रोग का जोखिम भी बढ़ जाता है.
3. पाचन स्वास्थ्य (Gut Health) होता है खराब
प्रोटीन का अधिक सेवन और उसके अनुपात में कम फाइबर लेना पाचन तंत्र के लिए हानिकारक है.
- पेट की समस्याएँ: इससे कब्ज (Constipation), गैस और एसिडिटी जैसी समस्याएँ हो सकती हैं.
- आंत में असंतुलन: शरीर में कार्बोहाइड्रेट की कमी होने से आंत (Gut) में अच्छे बैक्टीरिया का संतुलन बिगड़ जाता है, जिससे पाचन स्वास्थ्य खराब होता है.
4. रोजाना कितना प्रोटीन लेना है सही?
न्यूट्रिशनिस्ट सुमन अग्रवाल के मुताबिक, प्रोटीन की मात्रा आपके शरीर के वजन और गतिविधि (Activity) पर निर्भर करती है.
- सामान्य व्यक्ति: अगर आप व्यायाम नहीं करते हैं, तो आपको अपने वजन के बराबर (प्रति किलोग्राम 1 ग्राम) प्रोटीन लेना चाहिए. उदाहरण: 60 किलो वजन वाले व्यक्ति को 60 ग्राम प्रोटीन रोज़ाना लेना चाहिए.
- व्यायाम करने वाले: जो लोग जिम जाते हैं या कसरत करते हैं, उन्हें अपने वजन से कुछ ग्राम ज़्यादा प्रोटीन लेना चाहिए.
- बुजुर्ग और बच्चे: मांसपेशियों को मजबूत बनाए रखने के लिए इन्हें अपने वजन के बराबर प्रोटीन लेना चाहिए.
- गर्भवती महिलाएँ: उन्हें डॉक्टर या आहार विशेषज्ञ (Dietitian) की सलाह के अनुसार ही प्रोटीन का सेवन करना चाहिए.
5. प्रोटीन के बेहतरीन प्राकृतिक स्रोत
व्यायाम न करने वाले लोगों के लिए, प्रोटीन के लिए प्राकृतिक खाद्य पदार्थ ही सबसे अच्छे हैं:
- शाकाहारी: दालें, पनीर, बादाम, और डेयरी उत्पाद.
- मांसाहारी: मांसाहारी भोजन और अंडे.

