युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने ज़िला अध्यक्ष अमित खन्ना के नेतृत्व में अचानक विरोध प्रदर्शन किया। यह पूरा आंदोलन मंत्री प्रतिमा बागरी के भाई गौरी शंकर बागरी की कथित गिरफ्तारी और उससे जुड़े विवाद पर आधारित था।
युवा कांग्रेस का आरोप है कि स्थानीय पुलिस ने विधायक और नगरीय प्रशासन राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी के भाई को सरकार के दबाव में आकर अवैध रूप से गिरफ्तार किया।
यह गिरफ्तारी पूर्णतः राजनीतिक द्वेष पर आधारित है और निष्पक्ष प्रशासन की विफलता को दर्शाती है। कार्यकर्ता अचानक मंत्री आवास पहुंचे। वहाँ मौजूद पुलिस बैरिकेडिंग को पार करके वे सीधे मंत्री आवास के बाहर तक पहुंच गए। प्रदर्शनकारियों ने मंत्री की नेमप्लेट पर कालिख पोतकर विरोध जताया। इस दौरान “तानाशाही बंद करो”, “झूठी गिरफ्तारी वापस लो” जैसे नारे लगाए गए। बैरिकेडिंग के बावजूद कार्यकर्ताओं के भीतर घुस जाने से सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप मच गया। पुलिस ने मौके पर मौजूद प्रदर्शनकारियों को हटाया और कुछ को हिरासत में भी लिया। यह आंदोलन प्रशासन को जगाने के लिए किया गया है।
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वे मंत्री से मांग कर रहे हैं कि पुलिस पर राजनीतिक दबाव न बनाया जाए।
यदि निष्पक्ष तरीके से कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन और तेज़ होगा।
