भेल भोपाल ।
टूरिज्म इंडस्ट्री से भारत में 48 मिलियन रोजगार निर्मित होते हैं .विकसित देशों के सैलानियों को भारत का पर्यटन सस्ता पड़ता है पर्यटन,होटल प्रबंधन में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा ,डिग्रीधारी छात्रों को शीघ्र रोजगार के अवसर मिलते है उक्त विचार बाबूलाल गौर शासकीय स्नाकोत्तर महाविद्यालय भेल भोपाल विषय विशेषज्ञों ने व्यक्त किये । भेल कालेज में टूरिज्म ,ट्रेवल और होटल प्रबंधन विभाग द्वारा “पर्यटन उद्योग में रोजगार के अवसर” विषय पर आयोजित संगोष्ठी में विषय विशेषज्ञ प्रो ललित गौड़ ने बताया कि वर्ल्ड ट्रेवल टूरिज्म काउंसिल के अनुसार भारत में टूरिज्म इंडस्ट्री से 48 मिलियन रोजगार निर्मित होते हैं जिसमें प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष दोनो रोजगार शामिल हैं और यह देश के राष्ट्रीय रोजगार का 9.1 प्रतिशत है।
विकसित देशों के सैलानियों को भारत सस्ता प्रतीत होता है इसलिए वे यहां आने का आकर्षण रखते हैं। मेडीकल एंड वेलनेस टूरिज्म,ईको टूरिज्म, वेडिंग टूरिज्म, रूरल टूरिज्म पर्यटन उद्योग के उभरते हुए क्षेत्र हैं.एम पी टूरिज्म डेवलपमेंट कारपोरेशन के पूर्व जीएम महेश चन्द्र दीक्षित ने बताया कि ट्रेवल ,टूरिज्म और होटल प्रबंधन में स्नातकोत्तर डिग्री या डिप्लोमाधारी को रोजगार शीघ्र मिलता है,वाणिज्य स्नातक टूरिज्म एकाउंट्स के क्षेत्र मे करियर बना सकता है। टूर पेकेज एजेंसी और टूरिस्ट गाइड के साथ साथ आजकल इवेंटमैनेजमेंट,मेडिटेशन ,योगा, धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन में शिक्षित युवाओं की मांग बढ़ रही है।
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संगोष्ठी का शुभारंभ करते हुए प्राचार्य डा संजय जैन ने कहा कि पर्यटन के क्षेत्र में रोजगारों की विविधता होती है जो स्थान और अवसर के साथ बदलती जाती है। टूरिज्म में डिग्री ,डिप्लोमा शिक्षित विद्यार्थी टूरिज्म इंडस्ट्री में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है । संगोष्ठी संचालन प्रो अनुपमा गीते ने किया. इस अवसर पर विद्यार्थियों की जिज्ञासाओं का समाधान विषय विशेषज्ञों द्वारा किया गया अंत में सभी का आभार पाठ्यक्रम समन्वयक प्रो चित्रा ख
