भेल भोपाल ।
अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कथा वाचक मनोज अवस्थी महराज जी ने अपनी कथा के द्वितीय दिवस में पर्यावरण संरक्षण पर भावपूर्ण एवं प्रेरक प्रसंग प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा, “यदि हम पर्यावरण की रक्षा करेंगे, तभी पर्यावरण हमारी रक्षा करेगा”। यह संदेश कथा पंडाल में उपस्थित श्रद्धालुओं के मन में गहराई से उतर गया। महाराज जी ने अपने प्रवचन में जल, वायु, मिट्टी एवं जीव-जंतुओं के आपसी संबंधों को सरल शब्दों में समझाते हुए कहा कि प्रकृति का संतुलन बनाए रखना प्रत्येक व्यक्ति का नैतिक एवं सामाजिक दायित्व है। उन्होंने पर्यावरण को केवल एक दिन नहीं, बल्कि 365 दिन मनाने की आवश्यकता पर बल दिया और सभी से छोटे-छोटे कदम उठाने का आह्वान किया।
पर्यावरण संरक्षण को जीवन का अभिन्न अंग बनाने पर जोर। जल, वायु, मिट्टी एवं जीव-जंतुओं के संतुलन को बनाए रखने का संदेश। व्यक्तिगत स्तर पर पौधारोपण एवं जल संरक्षण अपनाने की अपील। महाराज जी का यह प्रवचन न केवल धार्मिक आस्था को सुदृढ़ करता है, बल्कि समाज में पर्यावरण के प्रति उत्तरदायित्व और जागरूकता भी उत्पन्न करता है। कथा श्रवण के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे और इसे सामाजिक चेतना की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
Read Also: एनएमडीसी को मिले नए डायरेक्टर (पर्सनल), बीएचईएल के डायरेक्टर कृष्णा कुमार ठाकुर का चयन एनएमडीसी में
इस अवसर पर श्रमिक नेता एवं प्रवक्ता दीपक गुप्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि कार्यक्रम में मुरैना विधायक दिनेश गुर्जर, कांग्रेस नेता गोविंद गोयल, भाजपा के वरिष्ठ नेता तपन भौमिक, पार्षद जीत राजपूत सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
