-एचएमएस ने लिखा चेयरमेन को खत
भोपाल
भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (भेल ) दिल्ली में ज्वाइंट कमेटी की पहली बैठक किये जाने के फरमान जारी हो चुके हैं । प्रतिनिधि यूनियन के चुनाव होने के बाद भोपाल सहित अन्य यूनिटों की यूनियनों ने ज्वाइंट कमेटी की बैठक कराने के लिये कई बार धरना प्रदर्शन किया । इसी कड़ी भेल दिल्ली कॉरपोरेट ने इस बैठक को कराने का फैसला लिया हैं। मजेदार बात यह है कि तमाम यूनियनें कर्मचारियों से जुड़े ज्वलंत मुद्दे पीपी और एसआईपी बोनस व रिवार्ड स्कीम को इस बैठक में शामिल करने की मांग कर रही थी जिसे कॉरपोरेट एक सिरे से नकार दिया ।
प्रबंधन द्वारा जारी किये गये सर्कुलर क्रमांक भो/मा.सा./औसा/4002/2022/455 दिनांक 16 नवंबर 22 जारी कर तमाम यूनियनों को बताया है कि इस बैठक में कॉरपोरेट कार्यालय में आयोजित बैठक में प्रतिनिधि भौतिक रूप से भाग लेंगे और बैठक के ऐजेंडे में नव निर्वाचित सदस्यों का परिचय एवं भेल के स्टे्रटजिक प्लान 2022-27 को बताने के साथ वर्तमान व्यवसायिक वातावरण को साझा करेंगे । इसको लेकर न केवल यूनियन नेताओं बल्कि कर्मचारियों में भी आक्रोश व नाराजगी देखी जा रही है ।
एचएमएस के महासचिव अमर सिंह राठौर ने भेल कर्मचारियों के मुद्दों को लेकर भेल के कार्यपालक निदेशक के माध्यम से कॉरपोरेट के चेयरमेन वह मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. नलिन सिंघल को बिना देर किये ताबड़तोड़ पत्र भेज डाला । उन्होंने पत्र में लिखा है कि इस बैठक की विषय सूची में मौजूदा ज्वलंत मुद्दे पीपी,एसआईपी बोनस और इंसेंटिव स्कीम (रिवार्ड स्कीम) को शामिल नहीं किया गया इससे काफी आक्रोश है कॉरपोरेट को कारखाने में उत्पादन की रफ्तार को बनाये रखने के लिये बैठक की विषय सूची में यह मुद्दे भी शामिल किये जायें ।
फिलहाल यह मुद्दा एक फिर गरमा गया है साफ जाहिर है कि थ्रिफ्ट चुनाव का मजा ले रही अब अन्य यूनियने भी मैदान में उतरेंगी क्योंकि चुनाव जीतने के पहले प्रतिनिधि यूनियन के नेताओं ने कर्मचारियों से तीन माह के भीतर इन मुद्दों को पूरा करने का वादा किया था तो कर्मचारी भी इन्हेें चैन की नींद नहीं सोने देंगे ।

