भेल भोपाल।
राजधानी के एकमात्र शासकीय महाविद्यालय बाबूलाल गौर शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय भेल भोपाल में पर्यटन और होटल प्रबंधन सम्बंधी नियमित एवं रोजगारोन्मुखी पीजी डिप्लोमा पाठ्यक्रम संचालित है जो भारतीय ज्ञान परम्परा का संवाहक भी है। पाठ्यक्रम समन्वयक डा आरके शर्मा ने बताया कि इस पाठ्यक्रम में भारत की एतिहासिक विरासत, संस्कृति, नृत्य, संगीत, पर्यटन स्थल,यात्रा सुविधाएं, आतिथ्य सत्कार परम्परा आदि का अध्यापन-भारत का सामाजिक और सांस्कृतिक परिचय, पर्यटन एवं यात्रा के सिद्धांत, पर्यटन और यात्रा एजेंसीज,होटल प्रबंधन और केटरिंग,भारत एक पर्यटन स्थल और पर्यटन प्रबंधन में कम्प्यूटर के उपयोग जैसे विषयों के अध्यापन में समाहित हैं।
प्राचार्य डा. संजय जैन ने बताया कि बरकतुल्ला विश्वविद्यालय भोपाल से सम्बद्ध इस एक वर्षीय पाठ्यक्रम पीजी डिप्लोमा इन टूरिज्म एंड होटल मैनेजमेंट की विशेषता यह है कि किसी भी विषय का स्नातक इस पाठ्यक्रम में प्रवेश की पात्रता रखता है तथा वह एक वर्ष में ही पर्यटन और होटल प्रबंधन दोनों क्षेत्रों में अपना करियर बनाने के अवसर पा लेता है। शासकीय महाविद्यालय होने के कारण नो लास नो प्राफिट पर आधारित स्ववित्तीय पाठ्यक्रम के रूप में संचालित है जो वर्तमान में पर्यटन और होटल प्रबंधन के क्षेत्र में कार्यरत लोगों को भी अपनी शैक्षणिक अर्हता बढ़ाकर उच्च पदों पर पहुंने के अवसर प्रदान करता है। इस पाठ्यक्रम में व्यावहारिक ज्ञान के लिए एक प्रश्नपत्र- एजूकेशनल टूर, टूर रिपोर्ट एवं प्रोजेक्ट वर्क पर आधारित है।
पर्यटन और होटल प्रबंधन क्षेत्र में निरंतर हो रही प्रगति और विविधतापूर्ण आयाम -मेडीकल टूरिज्म, कल्चरल इवेंट टूरिज्म, रूरल टूरिज्म, हेरिटेज टूरिज्म, स्पोर्ट टूरिज्म आदि-जुडने के कारण इस क्षेत्र में शिक्षित व्यक्तियों की सतत आवश्यकता हो रही है, जिसकी प्रतिपूर्ति के लिए भी यह पाठ्यक्रम सहायक है।