नई दिल्ली
दिग्गज स्टील कंपनी आर्सेलरमित्तल दक्षिण अफ्रीका में अपना एक बिजनस बंद करने जा रही है। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक आर्सेलरमित्तल की यूनिट आर्सेलरमित्तल साउथ अफ्रीका लिमिटेड ने लॉन्ग-स्टील उत्पाद बनाने वाला व्यवसाय बंद करने की घोषणा की है। कंपनी के इस कदम से लगभग 3,500 लोगों की नौकरी जा सकती है। कंपनी ने सोमवार को एक बयान में कहा कि लगातार हाई लॉजिस्टिक्स और एनर्जी कॉस्ट के साथ-साथ सरकार के नीतिगत हस्तक्षेप के कारण उसके लिए काम करना मुश्किल हो गया है।
आर्सेलरमित्तल का बिजनस बंद होने से न्यूकैसल और वेरीनिगिंग वर्क्स के साथ-साथ ही रेल और स्ट्रक्चर यूनिट Amras प्रभावित होगी। हालांकि न्यूकैसल में कोक बनाने का काम जारी रहेगा। कंपनी ने कहा कि महीने के अंत तक स्टील उत्पादन बंद हो जाएगा। लेकिन कंपनी ने यह नहीं बताया कि इससे कितने लोगों की नौकरी प्रभावित होगी। पिछले फरवरी में ही इस बिजनस को बंद करने का फैसला किया जा चुका था। लेकिन कंपनी ने सरकार और सरकारी फ्रेट कंपनी के साथ परामर्श करने के बाद इस कदम को टाल दिया था।
चीन से सस्ता इंपोर्ट
कंपनी ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका की स्टील इंडस्ट्री साल 2008 के वित्तीय संकट के बाद से सबसे बड़ी चुनौती का सामना कर रहा है। साथ ही कहा कि वैश्विक और स्थानीय इस्पात बाजारों में गिरावट, ज्यादा खर्च और कम लागत वाले आयात में बढ़ोतरी ने बिजनस को नुकसान पहुंचाया है। इसमें खासकर चीन से आने वाले सस्ते आयात की बड़ी भूमिका है। कंपनी के सीईओ कोबस वर्स्टर ने कहा कि हम निराश हैं कि पिछले साल के हमारे सभी प्रयास एक स्थाई समाधान में तब्दील नहीं हुए हैं।
यह खबर दक्षिण अफ्रीका की गठबंधन सरकार के लिए किसी झटके से कम नहीं है जो देश में इंडस्ट्री को फिर से खड़ा करने में लगी है। दक्षिण अफ्रीका की अर्थव्यवस्था पिछले दशक में औसतन 1% से भी कम वार्षिक दर से बढ़ी है। आर्सेलरमित्तल दक्षिण अफ्रीका को दिसंबर तक वर्ष के लिए बड़ा घाटा दर्ज करने की उम्मीद है। कंपनी का कहना है कि इसने कहा कि उसका प्रति शेयर हेडलाइन घाटा 4.06 रैंड से 4.41 रैंड तक होगा जबकि एक साल पहले यह 1.70 रैंड था।