15.5 C
London
Monday, September 15, 2025
Homeधर्मअक्टूबर है बेहद खास, सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण का बनेगा गवाह,...

अक्टूबर है बेहद खास, सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण का बनेगा गवाह, जानें किस तारीख को दिखेगा

Published on

वॉशिंगटन

अक्टूबर में एक दुर्लभ खगोलीय घटना होने वाली है। 14 अक्टूबर को वलयाकार सूर्यग्रहण है। सूर्य ग्रहण के जिसके कारण आसमान में ‘आग की रिंग दिखाई’ देगी। जब चंद्रमा सूर्य के आगे से निकलता है, तब वह छिप जाता है, जिसे चंद्र ग्रहण कहते हैं। हालांकि भारत के लोगों को इसे देखने का मौका नहीं मिलेगा। यह सूर्य ग्रहण यूएस, मेक्सिको और सेंट्रल अमेरिका और दक्षिण अमेरिका में देखने को मिलेगा। आइए जानें यह किस तरह का सूर्य ग्रहण है और इसकी क्या खासियत है।

14 अक्टूबर को जो सूर्य ग्रहण दिखेगा वह एक वलयाकार सूर्य ग्रहण होगा। चंद्रमा जब धरती से काफी दूर रहते हुए सूर्य के बीच आता है तो इसे वलयाकार सूर्य ग्रहण कहते हैं। पूर्ण सूर्य ग्रहण के विपरीत यह सूर्य को पूरी तरह से नहीं ढकता है। क्योंकि चंद्रमा सामान्य से दूर होता है, इसलिए यह छोटा दिखता है। यही कारण है कि सूर्य पूरा नहीं ढक पाता। इस कारण आसमान में एक रिंग जैसी आकृति दिखती है। यह सूर्य का अंश होती है, इसलिए यह एकदम आग जैसी दिखती है।

अक्टूबर में दिखेगा चंद्र ग्रहण
8 अप्रैल 2024 को मेक्सिको, संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा के ऊपर पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा। अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा के मुताबिक स्थानीय समय के हिसाब से 14 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण 9.13 बजे अधिकतम अंधकार होगा। ओरेगॉन, कैलिफ़ोर्निया, नेवादा, यूटा, एरिज़ोना, न्यू मैक्सिको और टेक्सास में यह दिखेगा। उत्तरी अमेरिका, मध्य अमेरिका और दक्षिण अमेरिका के बहुत बड़े हिस्सों में लोग सूर्य को हल्का देख पाएंगे। सूर्य ग्रहण के अलावा 28 अक्टूबर को चंद्र ग्रहण भी होगा जो पूर्वी अमेरिका, यूरोप, अफ्रीका, एशिया और ऑस्ट्रेलिया में दिखेगा।

एक्सपर्ट्स ने दी वार्निंग
सूर्य ग्रहण को लेकर एक्सपर्ट्स ने वॉर्निंग दी है। उन्होंने कहा कि इसे सीधे न देखें। सूर्य ग्रहण को देखने के लिए डिजाइन किए गए विशेष चश्मों का इस्तेमाल करें। चमकदार सूर्य को बिना किसी सुरक्षा के देखना खतरनाक हो सकता है। इसके साथ ही एक्सपर्ट्स का कहना है कि फोटोग्राफी या टेलीस्कोप के आगे भी सौर फिल्टर का इस्तेमाल करें, नहीं तो गंभीर चोट लग सकती है। इसके अलावा एक्सपर्ट्स का कहना है कि धूप का चश्मा इसे देखने के लिए सही नहीं है।

Latest articles

गोविंदपुरा विधानसभा के बरखेड़ा पठानी मे पांच परिवारों के मकान ढहाए

भेल भोपाल।गोविंदपुरा विधानसभा के वार्ड 56 में बीते दिनों हुई भारी बारिश के बीच...

बीएचईएल सेवानिवृत्त सुपरवाइजर को साइबर धोखेबाजों ने लगाया 68 लाख का चूना

भोपाल।वर्षीय सेवानिवृत्त बीएचईएल सुपरवाइजर दो महीने तक चले "डिजिटल गिरफ्तारी" घोटाले का शिकार हो...

बीएचईएल को भारतीय रेलवे को कवच प्रणाली की आपूर्ति के लिए 23 करोड़ रुपये का मिला ऑर्डर

भेल भोपाल।सार्वजनिक क्षेत्र की इंजीनियरिंग कंपनी भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स को भारतीय रेलवे (दक्षिण पश्चिम...

बीएचईएल में “उद्योग में हरित ऊर्जा का उपयोग” पर प्रशिक्षण एवं जागरूकता कार्यक्रम आयोजित

भेल भोपाल।बीएचईएल भोपाल में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से “उद्योग में हरित ऊर्जा के...

More like this

Pitru Paksha 2025 :आज है चतुर्थी श्राद्ध, जानें विधि और उपाय

Pitru Paksha 2025 :पितृ पक्ष पूर्वजों को याद करने और उनका आशीर्वाद पाने का...

Pitru Paksha 2025 : पूर्णिमा श्राद्ध से शुरू होगा पितृ पक्ष, इन अचूक उपायों से पितरों को करें प्रसन्न!

Pitru Paksha 2025: हिंदुओं में पितृ पक्ष का विशेष महत्व है. इस दौरान पितरों...

Sant Premanand News: संत प्रेमानंद महाराज को किडनी दान करना चाहते हैं मुस्लिम युवक, लिखा भावुक पत्र

Sant Premanand News: मध्य प्रदेश के नर्मदापुरम जिले के एक मुस्लिम युवक ने संत...