नई दिल्ली,
भारतीय सेना ने आतंक के खिलाफ कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान स्थित 9 आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक किया है. इस कार्रवाई का नाम ‘ऑपरेशन सिंदूर’ रखा गया है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा सुझाया गया है. पहलगाम में हुए हमले में आतंकवादियों ने पुरुषों को निशाना बनाया था, जिसमें कई महिलाएं विधवा हो गई हैं. इसलिए भारत की तरफ से की गई कार्रवाई को ‘आपरेश सिंदूर’ नाम दिया गया है.
पाकिस्तान का गुरूर चकनाचूर
पिछले दिनों जम्मू-कश्मीर में हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद बिहार की चुनावी रैली में नरेंद्र मोदी ने कहा था कि भारत इसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगा. पहलगाम आतंकी हमले के बाद से ही भारत सरकार और सेनाओं के द्वारा लगातार तैयारी चल रही थी. पिछले दिनों राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में लगातार बैठकों का दौर जारी थी. पीएम मोदी ने सेना के तीनों प्रमुखों के साथ मीटिंग की. अब भारत की तीनों सेनाओं ने जॉइंट ऑपरेशन के तहत पाकिस्ता में स्थित आतंकी शिविरों पर एयरस्ट्राइक की है और इसी के साथ पाकिस्तान का गुरूर पूरी तरह से चूर हो गया है.
बिहार की धरती से PM ने किया था ऐलान
प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार की धरती से कहा था कि इस आतंकी हमले में किसी ने अपना बेटा खोया है, किसने अपना भाई खोया है, किसी ने अपना जीवनसाथी खोया है. उनमें से कोई बांग्ला बोलता था, कोई कन्नड़ बोलता था, कोई मराठी था, कोई उड़िया था, कोई गुजराती था कोई यहां बिहार का लाल था. आज उन सभी की मृत्यु पर करगिल से कन्याकुमारी तक हमारा दुख एक जैसा है. हमारा आक्रोश एक जैसा है. ये हमला सिर्फ निहत्थे पर्यटकों पर नहीं हुआ है बल्कि देश के दुश्मनों ने भारत की आत्मा पर हमला करने का दुस्साहस किया है.
पीएम मोदी ने कहा था कि अब आतंकियों की बची-कुची जमीन को भी मिट्टी में मिलाने का समय आ गया है. 140 करोड़ भारतीयों की इच्छाशक्ति अब आतंक के आकाओं की कमर तोड़कर रहेगी. मैं बहुत स्पष्ट शब्दों में कहना चाहता हूं, जिन्होंने ये हमला किया है, उन आतंकियों को और इस हमले की साजिश रचने वालों को उनकी कल्पना से भी बड़ी सजा मिलेगी. सजा मिलकर रहेगी. मैं आज बिहार की धरती से पूरी दुनिया से कहता हूं कि भारत हर आतंकी और उनके आकाओं की पहचान करेगा, उन्हें खोजेगा और उन्हें सजा देगा. हम उन्हें धरती के किसी भी कोने तक खदेड़ेंगे.
किन जगहों पर हुआ मिसाइल अटैक?
भारत की पराक्रमी सेनाओं ने पाकिस्तान के 4 और पीओके के 5 ठिकानों को टारगेट किया है. भारतीय खुफिया एजेंसी RAW ने सभी टारगेट की पहचान की थी, जिसके बाद पूरी प्लानिंग के साथ लश्कर और जैश के ठिकानों पर हमला किया गया. आइए जानते हैं ये कौन-कौन से ठिकाने हैं और इंटरनेशनल बॉर्डर से कितनी दूर हैं.
- बहावलपुर – अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगभग 100 किमी दूर स्थित है, यहां जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय था, जिसे भारतीय सेनाओं ने ध्वस्त कर दिया है.
- मुरीदके– ये आतंकी ठिकाना इंटरनेशनल बॉर्डर से 30 किमी दूर स्थित है, यहां लश्कर-ए-तैयबा का शिविर था, जो कि 26/11 मुंबई हमले से जुड़ा था.
- गुलपुर- ये आतंकी ठिकाना LoC (पुंछ-राजौरी) से 35 किलोमीटर दूर स्थित है.
- लश्कर कैंप सवाई – ये आतंकी ठिकाना पीओके तंगधार सेक्टर के अंदर 30 किलोमीटर दूर स्थित है.
- बिलाल कैंप – जैश-ए-मोहम्मद का लॉन्चपैड, ये ठिकाना आतंकियों को सीमा पार भेजने के लिए इस्तेमाल किया जाता था.
- कोटली – एलओसी से 15 किमी दूर स्थित लश्कर का शिविर. ये 50 से अधिक आतंकियों की क्षमता वाला ठिकाना था.
- बरनाला कैंप– ये आतंकी ठिकाना LoC से 10 किमी दूर स्थित था.
- सरजाल कैंप- सांबा-कठुआ के सामने इंटरनेशनल बॉर्डर से 8 किमी दूर स्थित जैश का प्रशिक्षण केंद्र.
- मेहमूना कैंप (सियालकोट के पास)– ये हिज्बुल मुजाहिदीन का प्रशिक्षण शिविर था और इंटरनेशनल बॉर्डर से 15 किमी दूरी पर स्थित था.