Jaldi-jaldi khana khane ke nuksan: क्या आप भी उन लोगों में से हैं जो अपना भोजन सिर्फ़ 5 मिनट में ख़त्म कर देते हैं? अगर हाँ, तो यह लेख आपके लिए है, क्योंकि यहाँ हम आपको बताएंगे कि जल्दी-जल्दी खाने (Eating Too Fast) से शरीर पर क्या बुरे असर पड़ते हैं। आजकल की बदलती जीवनशैली के कारण लोगों के पास शांति से बैठकर खाने का समय नहीं है। कुछ लोग काम के दबाव में खाना छोड़ देते हैं, तो कुछ जल्दबाजी में सिर्फ़ पाँच मिनट में भोजन ख़त्म कर लेते हैं। एक्सपर्ट आचार्य मनीष जी का कहना है कि बहुत तेज़ी से भोजन करने से शरीर अंदर से बीमार हो जाता है और समय के साथ डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारी हो सकती है।
खाना ठीक से पच नहीं पाता
जब हम बहुत तेज़ी से खाते हैं, तो हमारा भोजन ठीक से चबाया नहीं जाता। इस कारण यह पेट के अंदर जमा हो जाता है और सही से नहीं पच पाता है। आचार्य मनीष जी के अनुसार, भोजन का यह हिस्सा लंबे समय तक शरीर में रहकर सड़ जाता है और बीमारी का रूप ले लेता है।
वज़न बढ़ने का दोगुना ख़तरा
जल्दी-जल्दी खाने से अक्सर लोग ज़रूरत से ज़्यादा खाना (Overeating) खा लेते हैं। उन्हें यह अहसास ही नहीं होता कि उन्होंने दो रोटी की जगह चार खा ली हैं। अति-भोजन न सिर्फ़ पाचन संबंधी समस्याएँ पैदा करता है, बल्कि वज़न बढ़ने (Weight Gain) के ख़तरे को भी दोगुना कर देता है।
गैस और पेट फूलने की समस्या
जल्दी-जल्दी या अधिक खाने से पेट में गैस की समस्या पैदा हो सकती है। तेज़ी से खाने के दौरान हम अधिक हवा भी निगल लेते हैं, जिससे पेट फूलने (Bloating) लगता है और गैस बनने की शिकायत बढ़ जाती है।
मेटाबॉलिज़्म पर बुरा असर
बहुत जल्दी खाना खाने से मेटाबॉलिज़्म (Metabolism) पर भी बुरा असर पड़ सकता है। इससे हाई कोलेस्ट्रॉल और हाई ब्लड शुगर जैसी बीमारियों का ख़तरा काफी बढ़ जाता है।2 शरीर को भोजन को सही से संसाधित (Process) करने का समय नहीं मिल पाता है।
सही तरीक़ा क्या है?
विशेषज्ञों के अनुसार, भोजन हमेशा शांत मन से करना चाहिए। इससे हमें यह पता रहता है कि हम क्या और कितना खा रहे हैं। सबसे ज़रूरी बात, भोजन को हमेशा ध्यान से चबा-चबाकर खाना चाहिए। ऐसा करने से भोजन का सही पाचन होता है और पेट दर्द जैसी समस्याएँ दूर रहती हैं।
खाने की गति कैसे बदलें?
अगर आपको जल्दी खाने की आदत है, तो इसे तुरंत बदलें। खाते समय घड़ी देखें और बीच-बीच में चम्मच नीचे रखें। यह आपको जल्दी भोजन ख़त्म करने से रोकेगा। आप किसी आहार विशेषज्ञ (Dietitian) की मदद भी ले सकते हैं।
