Kidney Disease:आजकल किडनी रोगों के प्रति सतर्क रहना बेहद ज़रूरी हो गया है। हमारे शरीर के इस महत्वपूर्ण अंग को कई कारणों से नुकसान हो सकता है, जैसे शराब, सिगरेट का सेवन या अनहेल्दी लाइफस्टाइल। लेकिन क्या आप जानते हैं कि बिस्कुट, चिप्स और मैदा से बनी चीजें भी आपकी किडनी को नुकसान पहुंचा सकती हैं? जी हाँ, अगर आप भी अपने बच्चों को रोजाना ऐसे फूड्स खिला रहे हैं, तो तुरंत रुक जाएं। ये खाद्य पदार्थ बच्चों की किडनी को गंभीर नुकसान पहुंचा सकते हैं। आइए जानते हैं इसके पीछे का कारण।
क्यों खराब हो रही हैं बच्चों की किडनी?
बिस्कुट, चिप्स और अन्य सभी पैकेटबंद खाद्य पदार्थ बहुत सारे प्रिजर्वेटिव्स और सैचुरेटेड फैट से बनाए जाते हैं। ये न केवल छोटे बच्चों को बीमार कर सकते हैं, बल्कि वयस्कों को भी अधिक मात्रा में खाने पर बीमार कर सकते हैं। दरअसल, घरों में माता-पिता लाड़-प्यार में बच्चों को सुबह नाश्ते में दूध बिस्कुट या टिफिन में वेफर्स दे देते हैं, जिससे क्रिएटिनिन (Creatinine) का स्तर बढ़ जाता है।
क्रिएटिनिन कैसे पहुंचा रहा है नुकसान?
जब भी शरीर में क्रिएटिनिन का स्तर बढ़ता है, तो यह किडनी को प्रभावित करता है। यह शरीर का एक जहरीला तत्व है। इसकी मात्रा बढ़ने से किडनी में पथरी और किडनी का कमजोर होना जैसी समस्याएं हो सकती हैं। कभी-कभी बढ़े हुए क्रिएटिनिन स्तर के कारण क्रोनिक किडनी रोग (Chronic Kidney Disease) भी हो जाता है। इसलिए, छोटे बच्चों को ऐसे पैकेटबंद खाद्य पदार्थ नहीं खिलाने चाहिए।
इसके साथ ही, बच्चों के शरीर में पानी की कमी भी होती है, जिससे किडनी को और भी ज्यादा नुकसान पहुंचता है। क्रिएटिनिन के कारण होने वाला किडनी रोग आनुवंशिक भी होता है। यदि एक बार किसी बच्चे को यह बीमारी हो जाती है, तो भविष्य में आने वाली पीढ़ियां भी इस बीमारी से ग्रसित हो सकती हैं।
बच्चों में किडनी रोग के संकेत और क्या खिलाएं?बच्चों में किडनी की समस्या होने पर अक्सर वे पेट दर्द की शिकायत करते हैं। बच्चों में धीरे-धीरे सुस्ती बढ़ती जाती है, और उनकी पेशाब करने की आदत में कमी आती है।
बच्चों को स्वस्थ चीजें खिलाने के लिए आप उन्हें नाश्ते में फ्रूट चाट, वेजिटेबल सैंडविच, मूंग दाल चीला, घर के बने पॉपकॉर्न, सूखे मेवे और भीगे हुए नट्स दे सकते हैं। दोपहर के भोजन के लिए आप बच्चों को पोहा, ओट्स इडली या स्प्राउट चाट खिला सकते हैं