श्रीनगर
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शुक्रवार को कहा कि केंद्रशासित प्रदेश में शांति स्थापित किए बिना विकास संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग सुरक्षा बलों और प्रशासन को भड़काने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि कोई गलती हो और अशांति को भड़काया जा सके। सिन्हा ने यहां शेर-ए-कश्मीर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन केंद्र (SKICC) में जिला निर्यात योजना की शुरुआत के अवसर पर आयोजित समारोह में कहा कि यदि शांति होगी, विकास तभी हो पाएगा। यह बात दिमाग में रखी जानी चाहिए। दुनिया में कोई ऐसी जगह नहीं है, जहां ऐसे समय में प्रगति हुई है, जब वहां शांति नहीं थी।
इस अवसर पर केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल भी मौजूद थीं। सिन्हा ने कहा कि कुछ लोग घाटी में समस्या पैदा करने की लगातार कोशिश कर रहे हैं, क्योंकि वे यहां पर्यटन बढ़ने, उद्योग स्थापित होने, आर्थिक परिदृश्य के स्थिर होने और लोगों के जीवन में बदलाव आने से खुश नहीं हैं। उन्होंने कहा कि कुछ लोग हमें और सुरक्षा बलों को भड़काने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि सुरक्षा बल कोई गलती करें और यहां लोग (प्रदर्शन करने के लिए) सड़कों पर उतर आएं, लेकिन हम ऐसी स्थिति पैदा नहीं होने देंगे।
‘समाज को आगे आना होगा’
सिन्हा ने कहा कि समाज को आगे आना होगा। सुरक्षा बल आमजन की सुरक्षा के लिए चौबीसों घंटे मेहनत कर रहे हैं। उपराज्यपाल ने कहा कि प्रशासन ऐसी नीति पर काम कर रहा है कि निर्दोष लोगों को छुआ नहीं जाएगा, लेकिन दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि विकास के लिए, लोगों और उनके बच्चों के भविष्य के लिए सरकार कदम उठा रही है।
निर्यात में अपार संभावनाएं: सिन्हा
सिन्हा ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में खासकर हस्तशिल्प, बागवानी उत्पाद, पश्मीना और कालीन के निर्यात में अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि सरकार आगामी पांच साल में निर्यात तिगुना करने की दिशा में काम कर रही है।