लखनऊ के LuLu मॉल में सुंदरकांड पाठ रद्द, 4 गिरफ्तार… जानें अबतक के बड़े अपडेट्स

लखनऊ,

लखनऊ के लुलु मॉल में नमाज को लेकर शुरू हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. शुक्रवार देर रात मॉल में धार्मिक कार्य करने पहुंचे 4 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. पुलिस का कहना है कि लखनऊ में पहले से ही धारा 144 लागू है. इसका उल्लंघन करने पर इन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.

पुलिस ने बताया कि जिन चारों को गिरफ्तार किया है, इनकी पहचान सरोज नाथ योगी, कृष्ण कुमार पाठक, गौरव गोस्वामी और अरशद अली के रूप में हुई है. पुलिस ने बताया कि धारा 144 के बावजूद कुछ लोग बिना अनुमति के मॉल के अंदर धार्मिक कार्य करना चाहते हैं. उन्हें गिरफ्तार करके न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. इससे पहले अखिल भारतीय हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शिशिर चतुर्वेदी ने शुक्रवार की शाम 6 बजे मॉल में सुंदरकांड का पाठ करने की घोषणा की थी. हालांकि उन्हें पुलिस ने उनके ही घर में नजरबंद कर दिया था.

हिंदू महासभा के नेता की सुंदरकांड की घोषणा के बाद शुक्रवार को लुलु मॉल के जनरल मैनेजर समीर वर्मा और पुलिस अधिकारी उनके घर पहुंचे और उनसे सुंदरकांड का पाठ स्थगित करने की अपील की. इसके अलावा शिशिर चतुर्वेदी ने 80 और 20 फीसदी कर्मचारी के सवाल को लेकर जीएम ने कर्मचारियों की लिस्ट भी उन्हें सौंपी है. हालांकि हिंदू महासभा के नेता ने कहा कि हम इससे संतुष्ट नहीं है और हमने लिस्ट की जांच करने की मांग की है. इसके अलावा मॉल में नमाज पढ़ने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की भी मांग की है.

विवाद ज्यादा न बढ़े इसके लिए हिंदू महासभा प्रवक्ता शिशिर चतुर्वेदी के लालबाग स्थित आवास पर शुक्रवार सुबह से ही पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई थी. हालांकि सुंदरकांड का कार्यक्रम स्थगित होने के बावजूद हिंदू समाज पार्टी के कुछ कार्यकर्ता मॉल के बाहर पाठ करने पहुंच गए थे. उनका कहना था कि मॉल में नमाज होती है तो सुंदरकांड और हनुमान चालीसा का पाठ क्यों नहीं हो सकता है. उसके बाद पुलिस ने हिंदू समाज पार्टी के कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया.

कैसे शुरू हुआ विवाद?
रविवार यानी 10 जुलाई को लुलु मॉल का उद्घाटन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया था. इसके बाद मंगलवार यानी 12 जुलाई को एक वीडियो सामने आया, जिसमें लुलु मॉल के कैंपस में कुछ लोग नमाज पढ़ते दिखाई दिए. इस वीडियो के वायरल होने पर अखिल भारत हिंदू महासभा ने कड़ी आपत्ति जताई थी. हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शिशिर चतुर्वेदी ने कहा था, ‘लुलु मॉल में फर्श पर लोगों ने बैठकर नमाज पढ़ी, इस वीडियो से यह सिद्ध हो गया कि लुलु मॉल में सरकार के आदेशों का उल्लंघन हुआ क्योंकि सरकार शुरुआत से ही सार्वजनिक स्थानों पर नमाज न पढ़ने की हिदायत दे रही है.’

नमाज पढ़ने वालों पर केस दर्ज
जब सार्वजनिक स्थान में आने वाले मॉल में नमाज को लेकर विवाद बढ़ा तो लुलु मॉल प्रबंधन ने नमाज पढ़ने वालों पर केस दर्ज करा दिया. इसके बाद शुक्रवार यानी 15 जुलाई को अखिल भारतीय हिंदू महासभा ने एक और वीडियो जारी करते हुए लुलु मॉल के अंदर नमाज पढ़ने का दावा किया. इस वीडियो के बाद हिंदू महासभा ने सुंदरकांड पाठ करने का ऐलान किया था.

80 और 20 फीसदी पर मैनेजमेंट ने दिया जवाब
नमाज का वीडियो वायरल होने के बाद अयोध्या में हनुमान गढ़ी के महंत राजू दास ने भी चेतावनी दी कि अगर नमाज पढ़ने का सिलसिला चला तो मॉल के भीतर वो हनुमान चालीसा पढ़ने जाएंगे. इसके साथ ही राजू दास ने आरोप लगाया कि मॉल में जान बूझकर 80 फीसदी मुस्लिम लड़कों को रखा गया है और 20 फीसदी हिंदू लड़कियों को नौकरी दी गई है, जो साजिश की ओर इशारा कर रही है. इन आरोपों पर लुलु मॉल के जीएम समीर वर्मा ने कहा कि हम किसी भी धार्मिक आयोजन का यहां पर परमिशन नहीं देते हैं. वहीं लुलु मॉल के हायपर मार्केट के जीएम नोमान खान ने कहा कि हमारे यहां किसी भी वर्ग विशेष की भर्ती नहीं की जाती है.

देश का सबसे बड़ा मॉल है LuLu Mall
गौरतलब है कि लुलु मॉल देश का सबसे बड़ा मॉल है, जो सुशांत गोल्फ सिटी में बना है. यह मॉल 2.2 मिलियन वर्ग फीट में बनाया गया है. यहां सबसे खास लुलु हाइपर मार्केट है. इसके साथ कई ब्रांड के शोरूम भी खोले गए हैं. मॉल में 15 रेस्टोरेंट और कैफे हैं. 25 ब्रांड आउटलेट के साथ फूड कोर्ट भी है, जिसमें 1600 लोग एक साथ बैठ सकते हैं.

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