भोपाल
प्रतिनिधि यूनियन के चुनाव हुये ज्यादा समय भी नहीं बीता ऐसे में नेता आपस में लडऩे पर उतारू हैं । दरअसल एक मूंछ वाले नेता बड़ा पद मिलने के बाद भी अपनी ही यूनियन की हार को पचा नहीं पा रहे हैं । हार का कारण भले ही कुछ भी रहा हो लेकिन वह इस हार को लेकर कभी भी किसी से भी भिड़ जाते हैं । इससे यूनियन की छवि पर काफी असर पड़ रहा है । हाल ही में नगर प्रशासन विभाग के मुखिया के दफ्तर में एक और मूंछ वाले नेता जा पहुंचे तो दूसरे नेता भी इसी दफ्तर में पहले से ही विराज मान थे ।
भला यह दोनों मूंछ वाले नेता यूनियन की हार-जीत को लेकर न भिड़े ऐसा कैसे हो सकता था । बात ही बात में बात इतनी बड़ गई की दोनों एक दूसरे को गाली गुफ्तार करते हुये मारने पर आमादा हो गये । बात बढ़ते देख नगर प्रशासन विभाग के मुखिया बीच बचाव में उतरे । उन्होंने भारी पड़ रहे हारी हुई यूनियन के नेता को बामुश्किल समझाते हुये बाहर बैठने को कहा । वैसे नगर प्रशासन विभाग के मुखिया ने अनुशासन बिगाडऩे वाले इन दोनों नेताओं के खिलाफ शीर्ष प्रबंधन को कार्यवाही करने की जरूरत ही नहीं समझी । दो मूंछ वाले नेता का यह व्यवहार सही था या नहीं लेकिन अनुशासन हीनता के दायरे में जरूर आता है ।