नई दिल्ली,
गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस के दिल्ली में हुए प्रदर्शन पर बड़ा बयान दिया है. साफ कहा गया है कि पार्टी ने ये विरोध प्रदर्शन महंगाई या फिर बेरोजगारी के खिलाफ नहीं किया है, बल्कि आज ही दिन क्योंकि राम जन्म भूमि का शिलान्यास हुआ था, ऐसे में इसके विरोध में पार्टी ने काले कपड़े पहन ये प्रदर्शन किया.
शाह बोले- कांग्रेस ने किया तुष्टीकरण
अमित शाह कहते हैं कि कांग्रेस ने हिडन तरीके से अपीजमेंट की प़ॉलिसि अपनाई है. कोई ईडी ने समन नहीं किया.. फिर भी विरोध का कार्यक्रम रखा गया. आज सभी के लोग काले कपड़े पहन कर आए, आज ही के दिन राम जन्म भूमि का शिलान्यास किया था. शांतिपूर्ण तरीके से समाधान हुआ था, लेकिन कांग्रेस फिर भी खुश नहीं है. ये राम मंदिर के विरोध के लिए काले कपड़े का इस्तेमाल किया गया है.
गृह मंत्री ने जोर देकर कहा है कि कांग्रेस हमेशा की तरह तुष्टिकरण की नीति को आगे बढ़ा रही है. लेकिन ये नीति ना पहले कभी देश के लिए सही थी और ना ही आज ये सही है. कांग्रेस को भी इसका नुकसान उठाना पड़ा है और जिस हश्र पर पार्टी खड़ी है, उसकी बड़ी वजह भी तुष्टीकरण ही है.
वैसे इस समय क्योंकि नेशनल हेराल्ड मामले में सोनिया गांधी और राहुल गांधी से पूछताछ का सिलसिला जारी है, इस पर भी अमित शाह ने प्रतिक्रदिया दी है. उन्होंने कहा है कि सभी को ईडी का सम्मान करना चाहिए. सभी को देश के कानून के मुताबिक काम करना चाहिए. उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि शुक्रवार को ईडी द्वारा कांग्रेस के किसी नेता को कोई समन नहीं भेजा गया था, लेकिन फिर भी सोची-समझी रणनीति के तहत ये प्रदर्शन किया गया.
योगी बोले- राम भक्तों का अपमान
अब क्योंकि अमित शाह ने ये प्रदर्शन सीधे-सीधे राम मंदिर से जोड़ दिया, ऐसे में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी कांग्रेस को आड़े हाथों लिया. उन्होंने इस पूरे प्रदर्शन को राम भक्तों का अपमान बता दिया है. कांग्रेस के इस आचरण को तुष्टीकरण से भरा और निंदनीय कह दिया है. सीएम योगी ने भी शाह की बात को दोहराते हुए कहा है कि कांग्रेस ने अयोध्या दिवस को देखते हुए काले कपड़े पहने और लोगों की भावनाओं को आहत करने का काम किया.
कांग्रेस का पलटवार- बीमार मानसिकता के लोग ही…
शाह के इस आरोप के जवाब में कांग्रेस ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री ने उसके (कांग्रेस के) शांतिपूर्ण प्रदर्शन को बदनाम करने का घृणित प्रयास किया है। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह दावा भी किया कि सिर्फ बीमार मानसिकता के लोग ही ऐसे फर्जी तर्क दे सकते हैं। उन्होंने ट्वीट किया, ‘आज महंगाई, बेरोजगारी और जीएसटी के खिलाफ कांग्रेस के लोकतांत्रिक और शांतिपूर्ण प्रदर्शन को बदनाम करने एवं इससे ध्यान भटकाने का गृह मंत्री ने घृणित प्रयास किया।’ उन्होंने दावा किया, ‘सिर्फ बीमार मानसिकता के लोग ही ऐसे फर्जी तर्क दे सकते हैं। साफ है, आंदोलन से उठी आवाज सही जगह पहुंची है।’
कांग्रेस पर विवाद बनाए रखने का आरोप
ध्यान रहे कि कांग्रेस नेताओं ने शुक्रवार को काले कपड़े पहनकर महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ सड़कों पर उतरकर विरोध जताया। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा सहित पार्टी के कई नेताओं को पुलिस ने लगभग छह घंटे तक हिरासत में रखा। बीजेपी ने विरोध-प्रदर्शन को नैशनल हेराल्ड केस में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांंधी और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से प्रवर्तन निदेशालय (ED) की पूछताछ से जोड़ दिया है। पार्टी नेताओं ने कहा कि कांग्रेस पार्टी को महंगाई और देश की जनता से कोई लेना-देना नहीं है, वह सिर्फ गांधी परिवार को बचाने के लिए ये सारे तिकड़म कर रही है। इस बीच अमित शाह ने विरोध-प्रदर्शन के लिए कांग्रेस पर बड़ा गंभीर आरोप मढ़ दिया। शाह ने यह भी कहा कि आजादी के बाद से ज्यादातर समय तक सत्ता में रहने के बावजूद, कांग्रेस ने विवाद को सुलझाने के लिए कुछ नहीं किया, जबकि मोदी ने शांतिपूर्ण तरीके से इसका समाधान निकाला।
वैसे अगर कांग्रेस के प्रदर्शन की बात करें तो उन्होंने इसे महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ बताया था. राहुल गांधी से लेकर प्रियंका गांधी तक, सभी ने इस विरोध में हिस्सा लिया, पुलिस हिरासत में गए और केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा. लेकिन राजनीति के इस क्षेत्र में गृह मंत्री अमित शाह ने राम मंदिर की एंट्री करवा इस मुद्दे को भी एक अलग रंग दे दिया है जिस पर आने वाले दिनों में भी खूब सियासत होती दिख सकती है.