नई दिल्ली
शेयर बाजार के बिगबुल के रूप में मशहूर टॉप ब्रोकर-निवेशक राकेश झुनझुनवाला का रविवार सुबह मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में निधन हो गया। झुनझुनवाला पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट थे। उनके परिवार में उनकी पत्नी रेखा और दो बच्चे हैं। झुनझुनवाला को शेयर बाजार में अक्सर ‘बिग बुल’ के रूप में जाना जाता था। झुनझुनवाला की मौत के बाद कुछ महीने पहले का एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। इस वीडियो में राकेश झुनझुनवाला बॉलीवुड गीत पर डांस करते नजर आ रहे हैं।
व्हीलचेयर पर जिंदादिली की मिसाल
वीडियो में राकेश का डांस उनकी जिंदादिली का सबूत है। इससे साफ पता लगता है कि वह जितने बेहतरीन निवेशक थे उतरने खुशमिजाज व्यक्ति भी थी। वीडियो में राकेश झुनझुनवाल व्हीलचेयर पर बैठे होने के बावजूद गीत पर पूरी तरह से झूमते हुए नजर आ रहे हैं। राकेश के डांस के साथ ही हॉल में मौजूद लोग उनके डांस का वीडियो भी मोबाइल से शूट कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर कई लोग इस वीडियो के जरिये उनके निधन पर श्रद्धांजलि भी दे रहे हैं।
RIP SIR 🙏#Rakeshjhunjhunwal#RIPRakeshJhunjhunwala #bigbull pic.twitter.com/cJgbY4TAIc
— SarcasmHit (@SarcasmHit) August 14, 2022
7 अगस्त को शुरू की थी एयरलाइन कंपनी
राकेश झुनझुनवाला ने हाल ही में नई एयरलाइन कंपनी अकासा एयर में निवेश किया था। उन्होंने 7 अगस्त से अकासा की पहली कॉमर्शियल उड़ान को हरी झंडी दिखाई। झुनझुनवाला की अनुमानित कुल संपत्ति 5.5 बिलियन डॉलर (जुलाई 2022 तक) थी। वह भारत के 36वें सबसे अमीर व्यक्ति बन गए थे। झुनझुनवाला हंगामा मीडिया और एप्टेक के अध्यक्ष होने के साथ-साथ वाइसरॉय होटल्स, कॉनकॉर्ड बायोटेक, प्रोवोग इंडिया और जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चेयरमैन भी थे।
5000 रुपये से शुरू किया था कारोबार
राकेश झुनझुनवाला मुंबई में पले-बढ़े थे। यहां उनके पिता एक आयकर अधिकारी के रूप में काम करते थे। झुनझुनवाला ने 1985 में सिडेनहैम कॉलेज से ग्रेजुएशन करने के बाद, उन्होंने इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया में एडमिशन लिया। झुनझुनवाला ने 1985 में शेयर बाजार में 5,000 रुपये का निवेश किया जो सितंबर 2018 तक बढ़कर 11,000 करोड़ रुपये हो गया। झुनझुनवाला अक्सर अपने पिता को दोस्तों के साथ निवेश के बारे में चर्चा करते हुए सुनते, जिसके चलते उनकी दिलचस्पी इक्विटी बाजार में होने लगी। उनके पिता ने उन्हें नियमित रूप से समाचार पत्र पढ़ने के लिए कहा था।