मास्को
रूस की संघीय सुरक्षा एजेंसी (FSB) ने भारत में आत्मघाती हमले की मंशा रखने वाले अंतरराष्ट्रीय आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट के एक आतंकी को अरेस्ट किया है। इस आतंकी के निशाने पर भारत के एक वरिष्ठ नेता थे। रूसी एजेंसी ने सोमवार को बताया कि यह आतंकी बीजेपी नेता नुपूर शर्मा के पैगंबर मोहम्मद साहब को लेकर दिए बयान का बदला भारत के सत्ताधारी गुट के एक शीर्ष नेता की हत्या करके लेना चाहता था। यही नहीं इस आतंकी को भारत में हमले के लिए खास ट्रेनिंग भी मिली हुई थी।
एफएसबी ने बताया कि रूस से भारत की यात्रा करने के दौरान इस आतंकवादी को अरेस्ट किया गया है। उसने बताया कि यह आतंकी एक आत्मघाती बम हमलावर हो सकता है जिसे आईएस ने तुर्की में भर्ती किया था। इस आतंकी को सोशल मीडिया के जरिए कट्टरपंथी बनाया गया था और आईएस के प्रतिनिधि से तुर्की में मुलाकात की थी। यही पर उसने भारत जाने से पहले अपने मिशन के बारे में प्रण लिया था। रूसी एजेंसी ने कहा कि इस आतंकी के निशाने पर भारत में सत्तारूढ़ गठबंधन के एक सदस्य थे।’
भारत पहुंचने पर आतंकी को हैंडलर देता विस्फोटक
रूसी जांच एजेंसी ने बताया कि यह व्यक्ति एक अनाम मध्य एशियाई देश का नागरिक था और उसने अप्रैल से जून 2022 के बीच तुर्की में रहा था। एफएसबी ने इस आतंकी का एक वीडियो भी जारी किया है। इसमें उसके चेहरे को छिपा दिया गया है। आतंकी ने पूछताछ में स्वीकार किया है कि उसने भारत में हमले के लिए खास ट्रेनिंग हासिल की थी। भारत पहुंचने पर उसे एक हैंडलर मिलता जो उसे आतंकी हमला करने के लिए जरूरी सामान मुहैया कराता। आतंकी भारतीय नेता से पैगंबर मोहम्मद साहब के कथित अपमान का बदला लेना चाहता था।
आईएस आतंकी ने स्वीकार किया है कि उसे तुर्की में विशेष आतंकी हमले की ट्रेनिंग दी गई थी। उसे बीजेपी नेता की हत्या के लिए आईएस आतंकियों की ओर से निर्देश मिला था। इस आईएस आतंकी की गिरफ्तारी के बाद जहां भारत में सुरक्षा एजेंसियों के कान खड़े हो गए हैं, वहीं देश के नेताओं की सुरक्षा व्यवस्था को और ज्यादा पुख्ता करने की जरूरत बढ़ गई है। इससे पहले बीजेपी नेता नुपूर शर्मा के बयान की आईएसकेपी आतंकियों ने कड़ी निंदा की थी और चेतावनी दी थी कि वे इसका बदला लेंगे।