ड्रम, गिटार और नारेबाजी, AAP और बीजेपी के विधायक आमने-सामने, रात भर विधानसभा में देंगे धरना

नई दिल्ली

दिल्ली विधानसभा परिसर में आम आदमी पार्टी और बीजेपी के विधायक आमने-सामने हैं। दोनों दलों के विधायक रात भर विधानसभा परिसर में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। आम आदमी पार्टी के विधायक ड्रम और गिटार के साथ विधानसभा परिसर में माहौल बनाना शुरू कर दिया है। दूसरी, तरफ बीजेपी का कहना है कि कथित भ्रष्टाचार के सिलसिले में मंत्रियों मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन को बर्खास्त करने की मांग को लेकर वहां रात भर धरना प्रदर्शन करेंगे।

एलजी के खिलाफ सीबीआई जांच की मांग
आम आदमी पार्टी 1400 करोड़ रुपये के घोटाले के आरोपी उपराज्यपाल वीके सक्सेना के खिलाफ CBI जांच की मांग को लेकर गांधीजी की प्रतिमा के नीचे प्रदर्शन कर रही है। दूसरी तरफ, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक बयान में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि पार्टी विधायक इसलिए धरने पर बैठने के लिए मजबूर हुए हैं क्योंकि विधानसभा में उनकी बात नहीं सुनी गई है।

अमित शाह ने डाटा तो धरने पर आए
इससे पहले आम आदमी पार्टी ने ट्वीट कर कहा कि सभी साथियों को बधाई । पूरी बीजेपी परेशान है—लगी है एलजी साहब को बचाने में।
सुना है अमित शाह ने दिल्ली बीजेपी के नेताओं को खूब डांटा और कहा जाओ तुम भी धरने पर बैठो—तो ये आ गए खा पीकर। पार्टी की तरफ से किए ट्वीट में कहा गया कि यानी केवल LG साहब का नहीं पूरी बीजेपी का पैसा ब्लैक से वाइट हो रहा था।

बीजेपी ने कहा- सदन में मुद्दा उठाने नहीं दिया गया
भाजपा के सभी आठ विधायक सोमवार और शुक्रवार को दिल्ली विधानसभा के विशेष सत्र की कार्यवाही में शामिल नहीं हुए थे क्योंकि उन्हें दोनों दिन सदन से बाहर कर दिया गया था। पार्टी ने अपने बयान में कहा कि उसके विधायकों को सोमवार को फिर से दिल्ली विधानसभा से “असंवैधानिक रूप से निष्कासित” किया गया और “किसी भी मुद्दे को उठाने की अनुमति नहीं दी गई। पार्टी ने कहा, “आज दोपहर नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी की अध्यक्षता में भाजपा विधायक दल की बैठक हुई और यह निर्णय लिया गया कि भाजपा के विधायक विधानसभा परिसर में शहीद-ए-आजम भगत सिंह, राज गुरु और सुखदेव की प्रतिमाओं के पास धरने पर बैठेंगे। यह विरोध रात भर जारी रहेगा।

आप का दिन में जारी था प्रदर्शन
इससे पहले दिन में, ‘आप’ ने कहा कि उसके विधायक खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) के अध्यक्ष पद पर रहने के दौरान कथित रूप से 1,400 करोड़ रुपये के प्रतिबंधित नोट बदलने के मामले में उपराज्यपाल वी. के. सक्सेना के खिलाफ जांच की मांग को लेकर दिल्ली विधानसभा परिसर में विरोध प्रदर्शन करेंगे।

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