इस्लामाबाद,
बाढ़ और आर्थिक संकट से जूझ रहे पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. कारण, अब पाकिस्तान की जनता मलेरिया के कहर से जूझ रही है. आलम ये है कि लोगों के पास मच्छरों से बचाव के लिए मच्छरदानी तक नहीं है. जिसके चलते एक बार फिर पड़ोसी देश को भारत की याद आई है. दरअसल, पाकिस्तान के एक वरिष्ठ पत्रकार गुलाम अब्बास शाह ने दावा किया है कि पाकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने मलेरिया के प्रकोप से बचने के लिए भारत से 71 लाख मच्छरदानी आयात करने की अनुमति मांगी है.
न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान के वरिष्ठ पत्रकार ने हैशटैग FloodsIn Pakistan के साथ ट्वीट करते हुए लिखा, “पाकिस्तान में मलेरिया फैलने के बाद स्वास्थ्य मंत्रालय ने पाकिस्तान सरकार से भारत से मच्छरदानी खरीदने की अनुमति मांगी. पाकिस्तान के 26 जिलों में 71 लाख मच्छरदानी की तत्काल आवश्यकता है.”
गंभीर बीमारियों की चेपट में आ रहे लोग
जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के कुछ हिस्सों में त्वचा संक्रमण, दस्त और मलेरिया जैसी बीमारियां लोगों को अपनी चपेट में ले रही हैं. जिसके कारण 324 लोगों की मौत हो गई है. बाढ़ से विस्थापित हुए सैकड़ों-हजारों लोग खुले में रह रहे हैं और सैकड़ों किलोमीटर में फैले बाढ़ के पानी को कम होने में दो से छह महीने लग सकते हैं. वहीं जगह-जगह जलभराव के कारण गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं पैदा हो गई हैं.
गंदा पानी पीने को मजबूर हैं लोग
बताया जा रहा है कि बाढ़ के कारण विस्थापित परिवार गंदा पानी पीने और खराब खाना खाने को मजबूर हैं. जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, अधिकारियों ने यह भी चेतावनी दी है कि यदि आवश्यक सहायता नहीं मिली तो स्थिति नियंत्रण से बाहर हो सकती है. बाढ़ पीड़ित गुलाम रसूल ने स्थानीय जियो न्यूज टीवी को बताया, “हम जानते हैं कि यह हमें बीमार कर सकता है, लेकिन क्या करें, हमें जिंदा रहने के लिए इसे पीना होगा.”
बाढ़ से अब 1569 लोगों की मौत
देश की आपदा प्रबंधन एजेंसी ने बुधवार को जानकारी दी कि अचानक आई बाढ़ में मरने वाले 1,569 लोगों में बीमारियों से होने वाली मौत शामिल नहीं हैं. जिनमें 555 बच्चे और 320 महिलाएं शामिल हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान में बाढ़ ने 220 मिलियन लोगों में से लगभग 33 मिलियन लोगों को प्रभावित किया है. जिससे करीब 30 अरब अमेरिकी डॉलर का नुकसान हुआ है.