16.3 C
London
Friday, July 4, 2025
Homeअंतराष्ट्रीय'किसी को मूर्ख नहीं बना रहे आप, सबको पता है', US पर...

‘किसी को मूर्ख नहीं बना रहे आप, सबको पता है’, US पर क्यों भड़के जयशंकर

Published on

वाशिंगटन

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिका-पाकिस्तान के संबंधों पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि इस्लामाबाद के साथ वाशिंगटन के संबंध से ‘अमेरिकी हित’ पूरे नहीं हुए हैं। उन्होंने कहा कि यह एक ऐसा रिश्ता है जिससे न तो पाकिस्तान के हित सधे हैं और न ही अमेरिका के। जयशंकर ने रविवार को वाशिंगटन में भारतीय अमेरिकी समुदाय की ओर से आयोजित कार्यक्रम में ये बातें कहीं।

अमेरिका की ओर से पाकिस्तान के F-16 लड़ाकू विमानों के लिए सहायता को मंजूरी देने पर जयशंकर से सवाल पूछ गया। इस पर जयशंकर ने कहा, ‘यह वाकई अमेरिका के लिए गौर करने की बात है कि उसे इस संबंध से क्या मिल रहा है। बताया तो जाता है कि मैं ऐसा इसलिए कर रहा हूं, क्योंकि ये आतंकवाद-विरोधी सामग्री है। ऐसे में आप F-16 जैसे विमानों की बात करने लगते हैं। लेकिन, हर कोई जानता है और आप भी जानते हैं कि उन्हें कहां तैनात किया गया है। साथ ही उनका किस काम में इस्तेमाल किया जा रहा है। आप ऐसे बातें कहकर किसी को बेवकूफ नहीं बना रहे हैं।’

क्या है पूरा मामला?
दरअसल, बाइडन प्रशासन ने ट्रंप प्रशासन के पाकिस्तान को सैन्य सहायता पर रोक लगाने वाले फैसले को बदल दिया। यूएस ने 8 सितंबर को पाकिस्तान को एफ-16 लड़ाकू विमानों के लिए 45 करोड़ डॉलर की मदद देने की मंजूरी भी दे दी। मालूम हो कि ट्रंप प्रशासन ने आतंकवादी सगठनों अफगान तालिबान तथा हक्कानी नेटवर्क पर कार्रवाई करने में नाकाम रहने पर पाकिस्तान को दी जाने वाली सैन्य सहायता रोक दी थी।

भारत ने इस फैसले पर चिंता जताई। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पिछले सप्ताह अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन से इस मामले पर बातचीत की। उन्होंने कहा, ‘अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन से टेलीफोन पर अच्छी और लाभप्रद बातचीत हुई। हमने रणनीतिक हितों और विस्तृत रक्षा व सुरक्षा सहयोग के बढ़ते तालमेल पर चर्चा की। हमने तकनीकी और औद्योगिक साझेदारी बढ़ाने के तरीकों और अहम तकनीकों में सहयोग की संभावना पर भी चर्चा की।’

भारत की चिंता पर US का जवाब
इन चिंताओं के जवाब में अमेरिका ने कहा कि पाकिस्तान के एफ-16 लड़ाकू विमान के बेड़े के लिए मदद देने का फैसला भारत के लिए कोई संदेश नहीं है। यह इस्लामाबाद के साथ अमेरिका की रक्षा साझेदारी से जुड़ा है जो विशेष तौर पर आतंकवाद और परमाणु सुरक्षा पर केंद्रित है। हिंद-प्रशांत सुरक्षा मामलों के सहायक मंत्री डॉ. एले रैटनर ने कहा, ‘एफ-16 के लिए अमेरिकी सहायता पाकिस्तान के साथ अमेरिका की रक्षा साझेदारी से जुड़ा है, जो विशेष तौर पर आतंकवाद और परमाणु सुरक्षा पर केंद्रित है, जैसा कि रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को साफ किया था।’

 

Latest articles

बीएचईएल के जीएम श्रीनिवास राव का तबादला एचबीजी नोएडा

भेल भोपालबीएचईएल के जीएम श्रीनिवास राव का तबादला एचबीजी नोएडा,भेल भोपाल यूनिट के महाप्रबंधक...

बीएचईएल के ब्रेड बटर यानि ट्रेक्शन मोटर भगवान भरोसे

केसी दुबे, भोपालबीएचईएल के ब्रेड बटर यानि ट्रेक्शन मोटर भगवान भरोसे,भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड...

आरयूएचएस अस्पताल में विशेषज्ञ सेवाओं का लगातार हो रहा विस्तार— आपातकालीन इकाई में सर्जरी कर बचाई 5 वर्षीय बच्चे की जान, खाने की नली...

जयपुरआरयूएचएस अस्पताल में विशेषज्ञ सेवाओं का लगातार हो रहा विस्तार— आपातकालीन इकाई में सर्जरी...

भेल कर्मचारियों की समस्याओं को लेकर इंटक ने निकाला पैदल मार्च

भेल भोपालभेल कर्मचारियों की समस्याओं को लेकर हेम्टू इंटक ने भेल कर्मचारियों के साथ...

More like this

Adani Green Energy Plant: 15000 मेगावाट ऑपरेशनल क्षमता पार करने वाली भारत की पहली कंपनी बनी

Adani Green Energy Plant: भारत की सबसे बड़ी नवीकरणीय ऊर्जा कंपनी अदानी ग्रीन एनर्जी...

Trump Terminates Trade With Canada: सभी व्यापारिक संबंध तुरंत ख़त्म डिजिटल सर्विस टैक्स बना वजह

Trump Terminates Trade With Canada: सभी व्यापारिक संबंध तुरंत ख़त्म डिजिटल सर्विस टैक्स बना...

इज़राइल-ईरान युद्ध ख़त्म ट्रंप की चेतावनी परमाणु हथियार बनाए तो अंजाम होगा बुरा

इज़राइल-ईरान युद्ध ख़त्म ट्रंप की चेतावनी परमाणु हथियार बनाए तो अंजाम होगा बुरा,पिछले 12...