ये साल का अंतिम सूर्य ग्रहण है. 27 साल बाद ऐसा संयोग बन रहा है, जिसमें ये ग्रहण दिवाली के अगले दिन पड़ रहा है. इस बार सूर्य ग्रहण 25 अक्टूबर यानी आज दोपहर में लग चुका है. भारत में यह सूर्य ग्रहण अपराह्न लगभग 4 बजकर 29 मिनट से शुरू हो गया है जो सायंकाल 6 बजकर 9 मिनट पर खत्म होगा. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ये सूर्य ग्रहण तुला राशि और स्वाति नक्षत्र में होगा. भारत में ये सूर्य ग्रहण आंशिक रहेगा.
ये सूर्य ग्रहण विशेष क्यों है
ये सूर्य ग्रहण खास इसलिए है क्योंकि ग्रहण में सूर्य, चंद्रमा, शुक्र, केतु का संयोग तुला राशि में बन रहा है. इस संयोग पर शनि की दृष्टि भी होगी. सूर्य, केतु, शनि का प्रभाव होने से दुर्घटनाओं की संभावना बनेगी. अगले एक महीने तक राजनैतिक रूप से भयंकर उथल पुथल मच सकती है. मेष, तुला राशि सूर्य ग्रहण का प्रभाव युद्ध और विस्फोट के संकेत दे रहा है. शेयर बाजार और दुनियाभर की आर्थिक स्थिति भी इसका प्रभाव पड़ेगा. पाकिस्तान, अफगानिस्तान, कनाडा, अमेरिका और यूरोप में ज्यादा समस्याएं देखने को मिल सकती हैं.