इस्लामाबाद
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में दूतावास पर हुए हमले पर पाकिस्तान भड़का हुआ है। पाकिस्तान सरकार ने हमले को लेकर तालिबान को जमकर खरीखोटी सुनाई है। पाकिस्तानी विदेश कार्यालय ने कहा है कि हम आशा करते हैं कि अफगानिस्तान की अंतरिम सरकार हमारे दूतावास की सुरक्षा पर ध्यान देगी और इस हमले के दोषियों को नहीं बख्शेगी। शुक्रवार को काबुल में तैनात पाकिस्तान के मिशन प्रमुख उबैदुर रहमान निजामनी को निशाना बनाकर हमला किया गया था। इस हमले में मिशन प्रमुख का एक बॉडीगार्ड गंभीर रूप से घायल हो गया था। बाद में पाकिस्तान सरकार ने उस गार्ड को इलाज के लिए एयरलिफ्ट कर पेशावर के सैन्य अस्पताल पहुंचाया था।
पाकिस्तान ने तालिबान को जमकर सुनाया
अफगानिस्तान के लिए पाकिस्तान के विशेष प्रतिनिधि मुहम्मद सादिक ने शनिवार को अफगान सरकार से हमारे दूतावास और उसके कर्मियों की सुरक्षा को बढ़ाने के लिए कहा। ट्वीट्स की एक सीरीज में सादिक ने कहा कि हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता हमारे मिशन के सदस्यों की सुरक्षा है। सबसे पहले और सबसे महत्वपूर्ण, अफगान अंतरिम सरकार को हमारे दूतावास और उसके कर्मियों की सुरक्षा कड़ी करने की आवश्यकता होगी। उन्होंने आश्वासन दिया कि पाकिस्तान की सरकार पाकिस्तान के लिए सबसे महत्वपूर्ण विदेशी राजधानी में उनके द्वारा कर्तव्यों का निरंतर और प्रभावी निर्वहन सुनिश्चित करने के लिए हमारे राजनयिकों की सुरक्षा को और बढ़ाने के लिए आवश्यक संसाधन भी प्रदान करेगी।
घायल पाकिस्तानी सैनिक को पेशावर भेजा गया
पाकिस्तानी दूतावास पर हुए हमले में सिक्योरिटी गार्ड इसरार मोहम्मद को तीन गोलियां लगी थी। इनमें से एक गोली उनके सीने को पार कर गई थी। सादिक ने बताया कि सीने पर गोली खाने वाले सिपाही को एक विशेष विमान से कल रात पेशावर के संयुक्त सैन्य अस्पताल में ले जाया गया। उन्होंने सिपाही की बहादुरी की तारीफ करते हुए उसके जल्द स्वस्थ होने के की कामना की। दूतावास के एक अधिकारी ने एएफपी को बताया कि एक अकेला हमलावर घरों की आड़ से छिपकरगोलीबारी शुरू कर दी थी।
तालिबान बोला- कर रहे हैं हमले की जांच
काबुल पुलिस के प्रवक्ता खालिद जादरान ने कहा कि सुरक्षा बलों के दूतावास पहुंचने और चल रही गोलीबारी को रोकने के बाद एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि इस हमले से जुड़ी बाकी की जानकारियां बाद में साझा की जाएगी। तालिबान के अधिकारियों ने अभी तक हमले के कारणों का खुलासा नहीं किया है।