जयपुर/उदयपुर,
राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) ने द्वितीय श्रेणी शिक्षक प्रतियोगी परीक्षा 2022 पेपर लीक मामले में हिरासत में लिए गए आरोपियों की संख्या 50 हो गई है. 42 को एक बस से हिरासत में लिया गया था, बाकी 8 को उदयपुर जिले के सुखेर पुलिस स्टेशन के सामने स्थित एक निजी होटल से पकड़ा गया. इन 50 में आठ महिलाएं भी शामिल हैं. फिलहाल सभी से इस सिलसिले में पूछताछ की जा रही है. शनिवार सुबह परीक्षा शुरू होने के कुछ मिनट पहले ही पेपर लीक हो गया था. इसकी सूचना मिलते ही परीक्षा को रद्द कर दिया गया था.
दरअसल, उदयपुर के बेकरिया थाना पुलिस को द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा के उम्मीदवारों से भरी एक बस के बारे में गुप्त सूचना मिली. इसी के आधार पर पुलिस अधिकारियों और स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप (एसओजी) की एक टीम ने जांच शुरू की और बकेरिया पुलिस थाने की सीमा के तहत वाहन को रोका और कागजात का मिलान किया गया. इसी बस से परीक्षा के पर्चे मिलने की सूचना थी.
गुप्त सूचना के आधार पर उदयपुर पुलिस की जिला विशेष टीम बीती शाम से ही इनका पीछा कर रही थी. जालौर से आई बस में विभिन्न स्थानों पर अलग-अलग परीक्षार्थी शामिल हुए. सभी आरोपियों ने हाइवे स्थित एक होटल में डिनर किया था. आज सुबह-सुबह मास्टरमाइंड सुरेश बिश्नोई ने सबसे पहले सभी अभ्यर्थियों से मोबाइल फोन लिए और फिर उनको पेपर बांटे. उन्होंने पेपर का अध्ययन करने और उत्तर याद करने के लिए उन्हें दो घंटे का समय दिया था. मौके से एक प्रिंटर भी बरामद हुआ है.
पेपर लीक का मास्टरमाइंड सुरेश विश्नोई जालौर के सरकारी स्कूल में वाइस प्रिंसिपल है. उसने जयपुर के भूपी विश्नोई और सुरेश ढाका से पेपर खरीदा था. ज्यादातर आरोपी राजस्थान के सिरोही और जालौर जिले के रहने वाले हैं और जबकि मास्टरमाइंड जोधपुर का रहने वाला है. अब इस मामले में आगे की जांच जारी है.
दौसा स्थित गर्ल्स स्कूल के अधीक्षक आनंद शर्मा ने बताया, “हमें हमारे केंद्र कोड के साथ जीके प्रश्न पत्र (शिक्षक परीक्षा का) का बॉक्स मिला. जैसे ही बॉक्स खोला गया, परीक्षा के प्रश्नपत्रों में हमारा केंद्र कोड नहीं था. इसके बाद हमने जिला प्रशासन को पेपर रद्द करने की सूचना दे दी. सूत्रों के मुताबिक, जिन सामान्य ज्ञान और विज्ञान की परीक्षा दूसरी पारी में होनी थी, उनके प्रश्न पत्र भी लीक हो गए हैं.
इस बीच, आरपीएससी के सचिव हरजी लाल ने कहा, “प्रश्न पत्र लीक होने के मामले की जांच की जाएगी. उदयपुर से जानकारी मिली है कि द्वितीय श्रेणी शिक्षक परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक हो गया था और परीक्षा रद्द कर दी गई है. मामले की जांच की जा रही है और जिम्मेदार पाए जाने वालों को दंडित किया जाएगा. सभी तथ्यों पर विचार करने के बाद अधिकारियों द्वारा रिपोर्ट देखने के बाद परीक्षा की नई तारीख की घोषणा की जाएगी.”
उधर, राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार को अब विपक्ष ने घेर लिया है. नागौर से लोकसभा सांसद और राष्ट्रीय जनतांत्रिक पार्टी के अध्यक्ष हनुमान बेनीवाल ने अशोक-गहलोत सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य में पेपर लीक होना एक परंपरा बन गई है. उन्होंने एक ट्वीट में लिखा, “राजस्थान में पेपर लीक होना एक परंपरा बन गई है और यह आरपीएससी सहित सभी भर्ती परीक्षाओं में व्याप्त संस्थागत भ्रष्टाचार और सत्ता में बैठे लोगों के सहयोग के कारण हो रहा है.”
वहीं, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक ट्वीट में कहा, “आज 24 दिसंबर को 9 से 11 बजे शिक्षक भर्ती की सामान्य ज्ञान की परीक्षा को ऐतिहातन निरस्त किया गया है जिससे किसी भी मेहनतकश युवा के साथ अन्याय ना हो. बाकी परीक्षाएं यथावत जारी रहेंगी. सरकार किसी भी युवा के साथ अन्याय नहीं होने देगी एवं दोषियों को सख्त से सख्त सजा दी जाएगी.
भर्ती परीक्षाओं में पार्दर्शिता के लिए हमारी सरकार ने सख्त कानून बनाया है. दुर्भाग्य से देशभर में पेपर लीक करने वाले गैंग पनप गए हैं जिससे कई राज्यों में यहां तक कि ज्यूडिशियरी एवं मिलिट्री तक में पेपर लीक जैसी घटनाएं होती हैं पर राजस्थान में सख्त कार्रवाई कर बेईमानों को जेल में बंद किया गया है.
मैं परीक्षार्थियों को होने वाली परेशानी महसूस कर सकता हूं परन्तु अनुचित तरीके से परीक्षा पास करने के मंसूबे पाल कर आए लोगों का चयन नहीं होने दिया जाएगा. राजस्थान में सिर्फ मेहनती युवाओं को ही उनका हक मिलेगा. मेरी अपील है कि किसी के बहकावे में आने की बजाय आप अपनी तैयारी करें.
CM गहलोत के इस बयान को आड़े हाथों लेते हुए बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने लिखा है, माननीय हर बात में राजनीतिक बयान ही क्यों, यदि आप रीट की चीट के समय युवाओं के सपनों को तोड़ने वाले आपके अपनों को टांग देते तो आपकी पार्टी और सरकार के पापों का प्रायश्चित हो जाता. लेकिन माननीय अब तो पानी सर से गुजर गया,अब तो युवाओं की बद्दुआएं ही फ़ैसला करेंगी.
बता दें कि इससे पहले, 12 नवंबर को पेपर लीक हो जाने की सूचना के बाद राजस्थान में वन रक्षक भर्ती परीक्षा को भी रद्द कर दिया गया था. वहीं, साल 2021 में रीट भर्ती परीक्षा और कांस्टेबल भर्ती परीक्षा, 2020 में जेईएन भर्ती परीक्षा, 2019 में लाइब्रेरियन भर्ती परीक्षाओं को पेपर लीक होने के चलते रद्द किया जा चुका है.