नई दिल्ली
सुप्रीम कोर्ट ने 2 जनवरी, 2023 को नोटबंदी पर फैसला सुना दिया है। इसमें चार:एक के बहुमत से नोटबंदी के फैसले को सही ठहराया गया है। इसके बाद बीजेपी (BJP) ने मांग की है कि राहुल गांधी अब देश से माफी मांगें। इसके जवाब में कांग्रेस के जयराम रमेश ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने नोटबंदी लागू करने की प्रक्रिया पर फैसला दिया है, इसके परिणामों पर नहीं। नोटबंदी के चलते जो तबाही और बर्बादी हुई है, उसके लिए ‘सो कॉल्ड फादर ऑफ इंडिया’ (नरेंद्र मोदी) को माफी मांगनी चाहिए।
एक जज ने चार जजों से दी अलग राय
पांच में से एक जज बीवी नागरत्ना ने कहा कि आरबीआई ने जो दस्तावेज कोर्ट में दिए हैं, उससे ऐसा लगता है कि स्वतंत्र रूप से आरबीआई ने अपना दिमाग नहीं लगाया और न ही उसे इसके लिए वक्त मिला क्योंकि 24 घंटे में ही सारी प्रक्रिया पूरी कर ली गई। बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि जस्टिस नागरत्ना की राय का भी सम्मान है, लेकिन उन्होंने भी यह माना कि सरकार की नीयत सही थी।
बीजेपी की प्रेस कॉन्फ्रेंस में क्या बोले रविशंकर प्रसाद
पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने पूछा कि क्या वायनाड के सांसद राहुल गांधी अपने नोटबंदी के खिलाफ अभियान के लिए अब देश से माफी मांगेंगे। इस दौरान रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कोर्ट ने नोटबंदी को सही माना है।
इसका मकसद गरीब की भलाई से जुड़ा था। सुप्रीम कोर्ट ने 2016 के सरकार के फैसले को सही मानते हुए सभी सवालों को खारिज कर दिया है। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस ने देश भर में कितना हल्ला किया था। राहुल गांधी ने तो विदेशों में भी विरोध करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी थी।
कांग्रेस ने किया पलटवार
कांग्रेस ने सुप्रीम के मीडिया प्रभारी जयराम रमेश ने कहा कहा कि यह कहना पूरी तरह से गुमराह करने वाली और गलत बात है कि सुप्रीम कोर्ट ने नोटबंदी को जायज ठहराया है। जयराम रमेश ने कहा कि शीर्ष अदालत ने इस पर फैसला सुनाया है कि क्या रिजर्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 26(2) को नोटबंदी की घोषणा से पहले सही ढंग से लागू किया गया या नहीं।