सीहोर,
कथा वाचक प्रदीप मिश्रा के सीहोर स्थित कुबेरेश्वर धाम में भारी भीड़ होने के चलते रुद्राक्ष वितरण बंद कर दिया गया है. श्रद्धालु वापस लौटना शुरू हो गए हैं. शुक्रवार को इंदौर-भोपाल हाइवे भी पूरी तरह से खुला रहा. गुरुवार को लगभग 20 लाख लोगों के एक साथ सीहोर पहुंचने पर इंदौर-भोपाल हाईवे पर कई किलोमीटर लंबा जाम लग गया था. इससे लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा था.
गौरतलब है कि कथा वाचक प्रदीप मिश्रा रुद्राक्ष महोत्सव और शिव महापुराण कथा 16 फरवरी से शुरू करने वाले थे. श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के चलते 15 फरवरी से ही रुद्राक्ष बांटने शुरू कर दिए. 16 तारीख को एक साथ 20 लाख के करीब लोग सीहोर पहुंच गए. इस वजह से इंदौर-भोपाल हाईवे पर 15 किलोमीटर लंबा जाम लग गया. जिला प्रशासन का मानना है कि आयोजकों को 6 दिनों में दस लाख लोगों के आने की उम्मीद थी. जबकि एक ही दिन में बीस लाख लोग आ गए.
अब व्यवस्थाएं पूरी तरह से ठीक हो चुकी हैं
कलेक्टर प्रवीण सिंह ने कहा कि अब व्यवस्थाएं पूरी तरह से ठीक हो चुकी हैं. जाम भी खत्म हो चुका है. भीड़ के चलते जाम लग गया था. उधर, भारी भीड़ और व्यवस्थाओं के बीच कई श्रद्धालु अपने परिजनों से बिछड़ गए हैं. मोबाइल नेटवर्क में दिक्कत की वजह से लोग परिजनों से बात नहीं कर पा रहे हैं. प्रशासन ऐसे लोगों के बारे में शिकायत केंद्र से अनाउंसमेंट करवा रहा है.
फरीदाबाद से आए श्रद्धालु ने कहा- रुद्राक्ष से काफी लाभ हुआ
फरीदाबाद से आए श्रद्धालु संजय गेरा ने कहा, ‘रुद्राक्ष लेने के लिए आए हैं. मुझे कैंसर हुआ था, इस बीमारी की पहली स्टेज थी. यहां से रुद्राक्ष लेकर गए और जिससे काफी लाभ हुआ था, इसलिए दोबारा आए हैं.”
इससे हर बीमारी से छुटकारा मिल जाता है- श्रद्धालु
दिल्ली से पहुंचे हितेश ने कहा कि सुना है कि यहां के रुद्राक्ष का बहुत महत्व है. इससे हर बीमारी से छुटकारा मिल जाता है. पानी में डालकर पानी पीने से लाभ होता है. इसलिए अपनी मां के लिए रुद्राक्ष लेने आया था, लेकिन नहीं मिला है. कुछ ऐसा ही राजस्थान की अनीता चौधरी और मुंबई के रोहन कनौजिया का मानना है. वो भी रुद्राक्ष लेने आए थे.
चमत्कारी रुद्राक्ष गंडकी नदी से लाए जाते हैं- पंडित प्रदीप मिश्रा
कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा का दावा है कि चमत्कारी रुद्राक्ष नेपाल की गंडकी नदी से लाए जाते हैं. बकौल मिश्रा, ”भोपाल और इंदौर के साइंस डिपार्टमेंट ने जांच में पाया कि रुद्राक्ष के भीतर गंडकी नदी का पानी भरा होता है. अगर इस रुद्राक्ष को लोग पानी में डालकर रखें और उस पानी का सेवन करें तो सारे रोग खत्म हो जाएंगे.”