भोपाल
नासा की रिपोर्ट के अनुसार ग्रीन कॉमेंट जो कि बृहस्पति की कक्षा में हैं पृथ्वी से सबसे कम दूरी पर माघ महीने की शुक्ल एकादसी को था अर्थात 15 दिन पहले और यह कॉमेंट 1 अप्रैल के बाद नहीं दिखेगा। पर प्रत्येक प्रमुख भूकंपों के दौरान कॉमेंट का दिखाना संयोग नहीं पर वास्तिकता हैं और यह देश के जाने माने ज्योतिषाचार्य बीवि रमन की भूकंप पर लिखी किताब में देखने को मिलता हैं जो करीब 40 वर्ष पूर्व की हैं। पृथ्वी के स्थल मंडल में ऊर्जा के अचानक मुक्त होने के कारण उत्पन्न होने वाली भूकंपीय तरंगों की वजह से होता है।
शास्त्रों के अनुसार जब मंगल शनि राहु और गुरू केंद्र में होते हैं या त्रिकोण में तथा ग्रहण का समय हो तब भूकंप आने की संभावना ज्यादा बन जाती है। इसके आलावा जब यह गृह पृथ्वी या वायु तत्व राशि में रहते हैं तब भी भूकंप की संभावना बन जाती हैं। चन्द्रमा का अग्नि मंडल नक्षत्र में होना भी प्राय: सभी मुख्य भूकंपों के समय देखा गया हैं। अग्नि मंडल के नक्षत्र प्रमुख रूप से कृत्तिका , विशाखा, मघा , भरनी , पूर्वा फाल्गुनी तथा पूर्वा भाद्रपदा। सीरिया और टर्की के भूकंप जो 6 फरवरी के दिन,मंगल पृथ्वी राशि में तथा शनि और शुक्र वायु राशि में तथा चन्द्रमा अग्नि मंडल मघा नक्षत्र में था।
सीरिया और टर्की के भूकंप जो 6 फरबरी के दिन,मंगल पृथ्वी राशि में तथा शनि और शुक्र वायु राशि में तथा चन्द्रमा अग्नि मंडल मघा नक्षत्र में था। अगले सूर्य ग्रहण के पहले अगर हम 7 मार्च पूर्णमाशी की गृह स्थिति देखेंगे तो चन्द्रमा पूर्व फाल्गुनी नक्षत्र में तथा मंगल और सूर्य शनि आपस के केंद्र में तथा क्रमश: पृथ्वी तथा वायु राशि में हे तथा मंगल गृह वर्तमान में अतिक्रांति हैं यह सब संकेत शुभ नहीं हे तथा तुर्की के बाद फॉलो ऑन भूकंप 7 मार्च के आगे पीछे आने की संभावना को नहीं नाकारा जा सकता।
सुभाष सक्सेना ज्योतिषाचार्य,भोपाल