भोपाल
अयोध्या बायपास स्थित शीतल पैराडाइस प्रोजेक्ट में बिल्डर ने कुछ रहवासियों के साथ सांठगांठ कर फर्जी दस्तावेज एवं फर्जी हस्ताक्षर से रहवासी समिति में परिवार को शामिल कर लिया है। रहवासियों द्वारा आपत्ति दर्ज कराने पर भी सहकारिता विभाग में सांठगांठ कर समिति में रजिस्टे्रेशन कर लिया। गौरतलब है कि इस प्रोजेक्ट में अवैध निर्माण, हाईटेंशन लाइन तथा खराब गुणवत्ता और पार्किंग पर कार्यालय के साथ-साथ मनमानी और बेतहाशा वसूली की शिकायत पूर्व में भी रहवासियों ने जिला प्रशासन एवं अन्य विभागों में की थी।
परन्तु बिल्डर के रसूख के चलते कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है। आज भी उनका मुख्य कार्यालय प्रथम तल पर स्थित है जो भी रहवासी शिकायत करता है उसके खिलाफ साजिश, बाउंसर से हमला करवाया जाता है जिसकी कई शिकायत एवं रिपोर्ट थाना अयोध्या नगर में दर्ज है। रहवासी मनीष कुमार ने बताया कि बिल्डर स्वयं मनमानी मेंटीनेंस के पैसे से बसूल कर स्टाफ को भुगतान करता है और सुविधा से कोई मतलब नहीं। आगे किसी प्रकार की आपत्ति न हो इसलिए स्टाफ समिति में शामिल हो रहा, बिल्डर के खिलाफ कहीं भी सुनवाई नही हो रही।
रहवासी खाम सिंह ने बताया कि सहकारिता विभाग की कर्मचारी सपना गुहा ने बताया कि मिलीभगत से बिल्डर ने समिति का रजिस्ट्रेशन किया गया। रहवासी राहुल ने बताया कि कवर्ड कैंपस में लाखों रुपए का मकान खरीदने के बाद हम लोग असुरक्षित हैं । रहवासी काजल ने बताया कि बिल्डर मकान बेचने की कमाई से संतुष्ट नहीं हुआ, अब मेंटीनेंस और गुमठी, अवैध निर्माण के नाम पर कमाई की जा रही है। निजी फायदे के लिए आपस में लडाने का काम जारी है। बिल्डर पूर्व में मेंटीनेंस के नाम पर रूपयों तो लिए जा रहे हैं लेकिन रखरखाव नहीं हो रहा है। रहवासियों ने परिसर में शांति बनी रहे इसलिए बिल्डर के कार्यालय और स्टाफ को हटाने की मांग कर रहे हैं।