कांग्रेस के भीतर उठी प्रियंका गांधी को PM फेस बनाने की मांग, 2024 से पहले ऐसा क्यों?

नई दिल्ली

कर्नाटक में बीजेपी को शिकस्त देने के बाद कांग्रेस का कॉन्फिडेंस सातों आसमान पर पहुंच गया है। कांग्रेस अब 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर मिशन मोड पर काम कर रही है। हालांकि कर्नाटक की जीत के बाद कांग्रेस के अंदर से कुछ आवाजें भी आने लगी है। ये आवाज इस बात का संकेत है कि पार्टी अब एक महिला नेतृत्व के सहारे लोकसभा के रण में उतरना चाहती है। ये महिला है कांग्रेस की कद्दावर नेता प्रियंका गांधी। ये वहीं प्रियंका गांधी है जिसने कर्नाटक में कुछ रैलियों से ही कांग्रेस के पक्ष में माहौल बना दिया। कांग्रेस के कई नेता भी कर्नाटक जीत का श्रेय राहुल से ज्यादा प्रियंका गांधी को ही दे रहे हैं। कांग्रेस के अंदर ही नहीं कांग्रेस के बाहर भी प्रियंका गांधी की नेतृत्व क्षमता की प्रशंसा जोरों पर हैं।

राजनीति जानकारों का कहना है कि कर्नाटक में प्रियंका गांधी ने जिस तरह पीएम नरेंद्र मोदी को टारगेट पर रखते हुए चुनावी प्रचार किया, वह एकदम निशाने पर लगा और गर्त में डूब रही कांग्रेस को जीत का स्वाद चखने को मिला। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भी प्रियंका की प्रतिभा से वाकिफ है। यही वजह है कि पार्टी के अंदर से अब प्रिंयका को 2024 में कांग्रेस का प्रधानमंभी फेस बनाने की मांग उठने लगी है। इसकी शुरुआत कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने की है। उनका साफ-साफ कहना है कि कांग्रेस के लिए प्रियंका गांधी बहुत बड़ा चेहरा है जिसको नरेंद्र मोदी के सामने 2024 के लोकसभा चुनाव में लाना चाहिए। वहीं मोदी को सीधे टक्कर दे सकती हैं।

‘प्रियंका ही दे सकती है पीएम मोदी को टक्कर’
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम का कहना है कि 2024 लोकसभा चुनाव में अगर पीएम मोदी को मात देनी है तो विपक्ष को ऐसा चेहरा सामने लाना चाहिए जिसका देश में चेहरा फेमस हो और जो मोदी को टक्कर दें सके। कृष्णम ने कहा, ‘2024 के लोकसभा चुनाव में मोदी को हराना है तो विपक्ष को कोई ऐसा चेहरा लाना होगा जो सबसे ज्यादा पॉपुलर हो, अभी जितने क्षेत्रीय पार्टियों के नेता है वह अपने-अपने राज्यों के नेता है और राष्ट्रीय स्तर पर इन नेताओं की कोई लोकप्रियता नहीं है।’

‘प्रियंका के नाम पर विचार करे विपक्ष’
कृष्णम ने कहा, पीएम नरेंद्र मोदी इस देश का सबसे बड़ा चेहरा हैं और 2024 का जो चुनाव है वह मुद्दों से ज्यादा चेहरे का चुनाव है। उन्होंने कहा ‘मुझे अपनी बात रखने का अधिकार है और फैसला विपक्ष को ही लेना होगा। मैं विपक्ष से यह कहना चाहता हूं की नरेंद्र मोदी के सामने प्रियंका गांधी बहुत बड़ा चेहरा है। प्रियंका ही पीएम मोदी को हरा सकती हैं।’ उनका कहना है कि विपक्ष को इस बात पर विचार करना चाहिए।

क्यों पीछे हो रहा राहुल का नाम?
भारत जोड़ो यात्रा के बाद राहुल गांधी की लोकप्रियता काफी बढ़ी है। राहुल को जिस तरह से लोगों ने गले लगाया और अपना दर्द बयां किया, वह पूरे देश ने देखा। मगर उसके बावजूद राहुल गांधी अब पीएम फेस की रेस से क्यों धीरे-धीरे बाहर होते जा रहे हैं? कांग्रेस के अंदर से ही प्रियंका गांधी को प्रधानमंत्री उम्मीदवार बनाने की मांग क्यों होने लगी है? इसकी पीछे सबसे बड़ी वजह है राहुल गांधी की सदस्यता का रद्द होना। दरअसल, सूरत कोर्ट ने एक मानहानि मामले में राहुल गांधी को दोषी करार देते हुए 2 साल की सजा सुनाई थी और उनकी सदस्यता भी रद्द कर दी गई थी। राहुल गांधी केरल के वायनाड से सांसद थे। जनप्रतिनिधि कानून के मुताबिक, अगर सांसदों और विधायकों को किसी भी मामले में 2 साल से ज्यादा की सजा हुई हो तो ऐसे में उनकी सदस्यता रद्द हो जाती है। इतना ही नहीं सजा की अवधि पूरी करने के बाद 6 साल तक चुनाव लड़ने के लिए वह अयोग्य हो जाते हैं।

ये भी दावेदार हैं मैदान में
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि विपक्ष के पास जब तक कोई चेहरा नहीं होगा तब तक बीजेपी को टक्कर देना बहुत मुश्किल होगा। विपक्ष की ओर से पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और बिहार के मुख्यमंत्री को नीतीश कुमार को पीएम के चेहरे के तौर पर देखा जा रहा था। मगर विपक्ष की ओर से अब तक कोई एक राय नहीं बनी हैं। हालांकि ममता बनर्जी जिस तरह से ऐक्टिव हैं और लगातार विपक्षी पार्टियों के नेताओं से मुलाकात कर रही है। उससे ऐसा जरूर लग रहा है कि ममता बनर्जी विपक्ष का चेहरा बन सकती है। उधर नीतीश कुमार पहले ही कह चुके हैं उनकी कोई इच्छा नहीं है कि वह प्रधानमंत्री बनें। हालांकि राहुल गांधी के नाम की चर्चा भी अब प्रधानमंत्री फेस को लेकर समाप्त हो चुकी है। ऐसे में प्रियंका गांधी का नाम सामने आना लाजमी है।

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