BJP नेताओं के खिलाफ मानहानि का केस करेंगे केजरीवाल के मंत्री, फाइल्स चोरी का मामला

नई दिल्ली,

दिल्ली में ट्रांसफर-पोस्टिंग को लेकर मचे सियासी घमासान के बीच केंद्र शासित प्रदेश की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी और विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के बीच अब एक नई जंग छिड़ती नजर आ रही है. बीजेपी दिल्ली के कुछ नेताओं ने ट्रांसफर-पोस्टिंग को लेकर रार के बीच दावा किया था कि विजिलेंस विभाग की फाइलें चोरी हो गई हैं.

इसे लेकर अब आम आदमी पार्टी ने बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली सरकार के सर्विसेज विभाग के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बीजेपी नेताओं के आरोप खारिज करते हुए इस तरह का दावा करने वाले नेताओं और अधिकारियों के खिलाफ मानहानि का मुकदमा करने का ऐलान किया है.

सौरभ भारद्वाज ने ये भी कहा है कि मुख्य सचिव और दिल्ली सरकार के सभी अधिकारियों के खिलाफ झूठी खबरें फैलाने, एक राजनीतिक दल को दिल्ली सचिवालय के सीसीटीवी कैमरों तक पहुंच देने की भी जांच कराई जाएगी. उन्होंने बयान जारी कर कहा है कि मीडिया रिपोर्ट्स के जरिए संज्ञान में आया है कि दिल्ली बीजेपी के कुछ नेताओं ने आज दिल्ली सरकार के मंत्रियों पर सतर्कता विभाग के कब्जे से 16 मई 2023 की सुबह संवेदनशील फाइलें के लेने के गंभीर आरोप लगाए हैं.

बीजेपी नेताओं के आरोप झूठ
दिल्ली सरकार के मंत्री ने कहा है कि बीजेपी नेताओं के ये आरोप पूरी तरह से झूठ और निराधार हैं. 15 और 16 मई 2023 की रात को जो हुआ, वह पहले से ही सरकार के रिकॉर्ड में है. उन्होंने कहा कि ये 17 मई के दिन मुख्य सचिव को सचिव (सतर्कता) की ओर से भेजे गए एक पत्र के आधार पर है. सौरभ भारद्वाज ने दावा किया है कि ये पूरी तरह से बीजेपी नेताओं और कुछ अधिकारियों के झूठ का पर्दाफाश करता है.

उन्होंने अपने बयान में ये जानकारी दी है कि इस पत्र में सतर्कता विभाग के सचिव ये लिखा है कि यदि फाइल के कुछ कागजात गुम हो जाते हैं तो ये एक बहुत गंभीर मामला बन सकता है. पत्र में साफ लिखा है कि सीबीआई की ओर से दस्तावेज जब्त करने की तर्ज पर शैडो फाइलें बनाई जाती हैं. प्रशासनिक विभाग एक शैडो फाइल बनाता है और सीवीसी के दिशा-निर्देशों के मुताबिक दो में से एक (या तो मूल या शैडो फाइल) सीबीआई को सौंपी जाती है.

नहीं बन पाई थीं शैडो फाइल्स
सौरभ भारद्वाज के मुताबिक सतर्कता विभाग के सचिव ने पर्सनल ब्रांच के कर्मचारी मनीष (एमटीएस) और हरीश जोशी (पीए) को रूम नंबर 403 से मुख्य फाइल्स लाने के निर्देश दिए. टोनर समाप्त होने के चलते कुछ फाइल के लिए शैडो फाइल बनाई गई थी और बाकी दस्तावेजों की शैडो फाइल नहीं बनाई जा सकी थी. इसके बाद सभी मुख्य फाइल्स संबंधित कक्ष यानी 403 में रख दी गईं. शैडो फाइलें सचिव (विजिलेंस) के पास थीं.

उन्होंने ये भी कहा है कि 16 मई तक मंत्री (सतर्कता) को कोई फाइल नहीं दी गई. इसमें सचिव (सतर्कता) की पर्सनल ब्रांच के कर्मचारियों की कोई गलती नहीं है क्योंकि वे उनके ही निर्देश पर काम करते हैं. दिल्ली सरकार के मंत्री के मुताबिक शैडो फाइल बनाने से संबंधित इस मामले की जानकारी सचिव सतर्कता ने केवल विशेष सचिव (सतर्कता) को 16 मई के दिन सुबह करीब 8 बजे फोन पर दी थी.

बीजेपी ने लगाए थे ये आरोप
दरअसल, बीजेपी दिल्ली के नेताओं का आरोप है कि 16 मई की रात को दिल्ली सचिवालय में आईएएस राजशेखर के कमरे से फाइल्स चोरी हुईं और इसका पूरा वीडियो सी.सी.टी.वी. में कैद हो गया. विपक्ष का आरोप है कि एक अधिकारी जो सरकार का पक्ष नहीं लेने वाला है, उसके कमरे से फाइल्स निकालकर उस अधिकारी के कमरे में रख दी जाती हैं जो सरकार के पक्ष में है. बीजेपी ने इसे लेकर सीसीटीवी फुटेज भी जारी किया था.

बीजेपी दिल्ली की ओर से ये भी ऐलान किया गया है कि दिल्ली से पार्टी के सभी सांसद और विधायक, प्रदेश अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा के नेतृत्व में पुलिस कमिश्नर से मिलकर इस मामले में एफआईआर दर्ज करने की मांग करेंगे. बीजेपी ने मामले में अधिक देरी होने पर कोर्ट जाने की भी बात कही थी. इसे लेकर अब दिल्ली सरकार भी आरपार के मूड में आ गई है.

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